Cyclone Dana: 16 लाख लोग बेघर, पेड़ टूटने से सड़कें ब्लॉक...जानें चक्रवाती तूफान का ओडिशा में कितना-कैसा असर?
Cyclone Dana Odisha Landfall Impact Updates: बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान दाना ओडिशा के पुरी में तय तरीख को तय समय पर समुद्र तट से टकरा चुका है। बीती रात करीब 12 बजे तूफान ने दस्तक दी और करीब 2 बजे तक तूफान समुद्र तट तक पहुंचा। तूफान का सबसे ज्यादा असर केंद्रपाड़ा जिले के भितरकनिका और भद्रक जिले के धामरा में देखने को मिल रहा है, क्योंकि इन दोनों इलाकों के बीच ही तूफान समुद्र तट से टकराया।
भीतरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और धामरा के बीच जब समुद्री लहरें तट से टकराईं तो 100 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलीं। भारी बारिश हुई, जिससे पेड़ उखड़कर सड़कों पर गिर गए। घरों की छतें और तंबू उखड़ गए। IMD भुवनेश्वर की क्षेत्रीय निदेशक मनोरमा मोहंती ने अलर्ट जारी करते हुए लोगों को बता दिया है कि आज दिनभर ओडिशा में भारी बारिश होती रहेगी। लोगों को अलर्ट रहने और हेल्पलाइन नंबरों पर कॉल करने को कहा है।
कई इलाके खाली और माली नुकसान
ओडिशा फायर सर्विसेज के अधिकारी दीपक कुमार ने अपडेट देते हुए बताया कि धमारा में तूफानी हवाओं के कारण कई पेड़ उखड़ गए हैं, जिससे सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गया है। सबसे पहले हम नेशनल हाईवे और अन्य सड़कों को साफ करेंगे। फिर हम आवासीय क्षेत्रों की ओर बढ़ेंगे। हमारी 2 टीमें धामरा में काम कर रही हैं। किसी गंभीर क्षति के संबंध में अभी तक हमारे पास कोई जानकारी नहीं है। करीब 14 जिलों के कई इलाके पूरी तरह खाली करा दिए गए हैं।
10 लाख से ज्यादा लोग पलायन कर चुके हैं। उन्हें 6000 से ज्यादा राहत शिविरों में शिफ्ट किया गया है। तटीय शहरों में 20 से 30 सेंटीमीटर बारिश हो चुकी है। पुरी शहर को पहले ही खाली करा दिया था। जगन्नाथ मंदिर के परिसर में बने सभी अस्थायी टेंट हटा दिए गए थे। टूरिस्टों और श्रद्धालुओं को उनके घर भेज दिया गया था। एस्बेस्टस की छतों पर रेत की बोरियां रखी गई हैं, ताकि उड़ न जाएं। कोणार्क मंदिर को 2 दिन के लिए बंद कर दिया गया है। होटलों की बुकिंग कैंसिल कर दी गई है।
ओडिशा के 14 जिलों से 6 लाख लोग शिफ्ट
IMD के एक अधिकारी ने कहा कि चक्रवात तट के बहुत करीब एक्टिव हुआ है, इसलिए इसका समय बहुत छोटा है। रात तक चक्रवात कमजोर पड़ने आसार हैं और फिर यह क्योंझर के बजाय ढेंकनाल और अंगुल जिले की ओर मुड़ जाएगा। दाना के पूर्वी तट पर पहुंचने से कुछ घंटे पहले राज्य सरकार ने करीब 10 लाख लोगों को 6000 से अधिक आश्रय स्थलों में शिफ्ट कर दिया था। वहीं पश्चिम बंगाल सरकार ने 5 लाख से ज्यादा लोगों को तूफान प्रभावित क्षेत्रों से निकाला है। इनमें से 83,537 लोगों को रिलीफ कैंपों में पहुंचाया जा चुका है। पूरे प्रदेश में लोगों को अलर्ट रहने की सलाह दी गई है।