भीषण तूफानी हवाएं, भयंकर बारिश...लोग बेघर और जलभराव, जानें साइक्लोन Fengal का कहां-कितना-कैसा असर?
Cyclone Fengal Landfall Updates: बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवाती तूफान फेंगल ने दस्तक दे दी है। तूफान ने शनिवार रात 10:30 से 11:30 बजे के बीच तमिलनाडु और पुडुचेरी के समुद्र तटों को पार किया। रविवार सुबह करीब 2 बजे तक तूफान तमिलनाडु तट से होते हुए पुडुचेरी में घूमता रहा। इसके बाद कराईकल और महाबलीपुरम के बीच समुद्र तट से टकराया। इसके बाद ऊंची-ऊंची समुद्री लहरें उठीं और तट से टकराने लगीं।
गरज चमक के बाद बादल बरसे। 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। अभी तमिलनाडु और पुडुचेरी में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। तूफान का असर कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में भी दिख रहा है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे इसी तरह का मौसम रहने का अलर्ट दिया है। साथ ही अनुमान लगाया है कि शाम तक तूफान पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ेगा। अगले 6 से 10 घंटों में तूफान धीरे-धीरे कमजोर होकर गहरे दबाव में बदल जाएगा।
तूफान से निपटने की तैयारी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, तूफान के कारण चेन्नई में भारी बारिश से सड़कों पर पानी भरा है। 3 लोगों की मौत हो गई है। एक ATM के बाहर शॉर्ट सर्किट होने से एक शख्स को करंट लगने से मौत हो गई। एयरपोर्ट खुल गया है, लेकिन फ्लाइट्स अभी कैंसिल हैं। ट्रेनें भी लेट चल रही हैं। तमिलनाडु के कांचीपुरम, चेंगलपट्टू, तिरुवल्लूर, कुड्डालोर, विल्लुपुरम, कल्लाकुरिची, चेन्नई और मयिलादुथुराई जिलों और पुडुचेरी में सोमवार को भी स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे।
NDRF की 7 टीमें तैनात हैं और हर टीम में 30 जवान शामिल हैं। लोगों को घरों के अंदर रहने की सलाह दी गई है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन खुद हालातों पर नजर रखे हुए हैं। IMD के चक्रवात प्रभाग के प्रमुख आनंद दास ने तमिलनाडु, दक्षिणी आंध्र प्रदेश, केरल और आंतरिक कर्नाटक के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। पुडुचेरी मत्स्य विभाग ने मछुआरों के लिए स्पेशल एडवाइजरी जारी की है। उन्हें समुद्र के पास न जाने की सलाह दी गई है।
प्रभावित क्षेत्रों में कामेश्वरम, विरुंधमावडी, पुडुपल्ली, वेद्राप्पु, वनमादेवी, वल्लापल्लम, कल्लिमेडु, ईरावायल, चेम्बोडी शामिल हैं। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने जनता के लिए टोल-फ्री नंबर 112 और 1077 स्थापित किए हैं। लोग व्हाट्सएप नंबर 9488981070 के माध्यम से भी मदद मांग सकते हैं। तिरुवरुर और नागपट्टिनम जिलों के 6 राहत केंद्रों में 164 परिवारों के कुल 471 लोगों को रखा गया है। भारतीय नौसेना भी एक्टिव हो गई है।