सावधान! 135 की स्पीड से चक्रवाती तूफान आ रहा; बंगाल में नौसेना ने संभाला मोर्चा, Air India की 300 फ्लाइट कैंसिल
Cyclone Remal Impact Latest Update: देश में मानसून का असर दिखने लगा है। 19 मई को अंडमान निकोबार से मानसून ने एंट्री की और इसके साथ ही बंगाल की खड़ी में चक्रवाती तूफान Remal उठा, जिसने पश्चिम बंगाल का रुख कर लिया है। मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, बंगाल में तूफान का असर दिखने लगा है।
120 से 135 किलोमीटर की स्पीड वाला तूफान आज रात बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटों से टकराएगा। तूफान तेजी से बंगाल की तरफ बढ़ रहा है। इस अलर्ट के बाद पूर्वी नौसेना कमांड ने मोर्चा संभाल लिया है। कोलकाता एयरपोर्ट से इंटरनेशनल और नेशनल करीब 400 फ्लाइटें अगले रद्द कर दी गई हैं। अकेले एयर इंडिया ने 300 से ज्यादा फ्लाइट रद्द की हैं।
सियालदह, दक्षिण 24 परगना के नामखाना, काकद्वीप, सियालदह-उत्तर 24 परगना के हसनाबाद के बीच चलने वाली ट्रेनें भी आज रात से रद्द रहेंगी। NDRF की 12 टीमें प्रदेश के तटीय इलाकों में तैनात कर दी गई हैं। 5 अतिरिक्त टीमें स्टैंडबाय मोड पर रखी गई हैं। लोगों और मछुआरों को समुद्र किनारे न जाने की सलाह दी गई है। रात के समय घरों के अंदर रहने के निर्देश हैं।
एयरपोर्ट और ट्रेनें बंद, 4 लोगों की हो चुकी मौत
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बंगाल में इस समय 50 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है। ममता बनर्जी सरकार ने एहतियात बरतने के आदेश दिए हैं। लोगों को अलर्ट कर दिया गया है। तटीय इलाकों में रेड अलर्ट रहेगा और बिजली भी ठप हो सकती है। ऐसे में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के आदेश हैं।
चक्रवाती तूफान के टकराने से 1.5 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं, जिससे निचले इलाकों में पानी भर सकता है। मौसम विभाग ने 26 से 28 मई तक पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में भारी से भारी बारिश होने का अलर्ट दिया है। अब से पहले पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में चक्रवाती तूफान के कारण हुई बारिश हसे 4 लोगों की जान जा चुकी है।
झारखंड में ऑरेंज अलर्ट, बिजली संकट गहराने की चेतावनी
मौसम विभाग से मिले अपडेट के अनुसार, चक्रवाती तूफान के असर को देखते हुए झारखंड में भी ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। प्रदेश में बिजली संकट गहरा सकता है, जिसके लिए मौसम विभाग ने बिजली विभाग को अलर्ट दे दिया है। बिजली विभाग ने भी टीमें बनाकर इलाकों में तैनात कर दी हैं। टीमों को बिजली लाइनों पर नजर रखने और बिजली जाने की जानकारी मिलते ही समस्या का समाधान करने के निर्देश हैं।