होमखेलवीडियोधर्म
मनोरंजन.. | मनोरंजन
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

Doda Terror Attack: आतंकी कहां से आए, किसने की मदद? ग्राउंड रिपोर्ट में हुआ खुलासा

Doda Terror Attack: जम्मू कश्मीर के डोडा में बीती रात फिर एक आतंकी हमला देखने को मिला। आतंकियों ने स्कूल में सो रहे जवानों को निशाना बनाने की कोशिश की। आतंकी जंगल के रास्ते स्कूल में दाखिल हुए और 2 घंटे की गोलीबारी के बाद तीन तरफ से भाग निकले।
01:02 PM Jul 19, 2024 IST | Sakshi Pandey
Advertisement

Doda Terror Attack: डोडा में लगातार दूसरी बार बड़ा आतंकी हमला देखने को मिला है। 16 जुलाई को आतंकियों संग हुई मुठभेड़ में 4 जवान शहीद हो गए थे। वहीं बीती रात फिर आतंकियों ने सुरक्षा बलों को निशाना बनाया। आतंकी ने घात लगाते हुए जवानों पर गोलीबारी शुरू कर दी। इस घटना में दो जवान घायल हो गए। अब सवाल ये है कि डोडा में आखिर आतंकियों की मदद किसने की? आतंकी किस रास्ते से सेना के जवानों तक पहुंचे?

Advertisement

स्कूल में मौजूद थे जवान

खबरों की मानें तो बीती रात डोडा में हुए आतंकी हमले के पीछे ग्राउंड वर्कर्स का हाथ हो सकता है। स्थानीय लोगों ने आतंकियों को ये जानकारी दी थी, हमारे जवान स्कूल के अंदर हैं। उस दौरान कुछ जवान स्कूल में आराम कर रहे थे और कुछ जवान बाहर पहरेदारी में लगे थे। ऐसे में सवाल ये है कि स्कूल में जवानों की मौजूदगी की सूचना आतंकियों को कैसे मिली?

जंगल से आए आतंकी

दरअसल डोडा में मौजूद ये स्कूल ऊंची पहाड़ियों और घने जंगलों से घिरा हुआ है। स्कूल के पीछे मौजूद जंगल के रास्ते आतंकी यहां आए। ये रास्ता काफी उबड़-खाबड़ है। आतंकियों ने स्कूल में घुसकर सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ की और फिर उसी रास्ते से भागते हुए मकई के खेतों में छिप गए। आतंकी जिस पहाड़ के रास्ते से स्कूल में आए थे, उसी रास्ते से वापस भी लौटे।

Advertisement

तीन तरफ से भागे आतंकी

जंगल के रास्ते आए आतंकियों ने पहले स्कूल को चारों तरफ से घेर लिया और फिर अंदर मौजूद जवानों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। गोलीबारी के बाद आतंकी तीन रास्ते से भागे। हालांकि आतंकियों के भागने के 1 घंटे बाद तक सेना ने जवाबी फायरिंग जारी रखी। मगर आतंकी वहां से भाग निकले। इससे साफ है कि आतंकियों की मदद स्थानीय लोगों ने की होगी। आतंकियों के पास स्कूल के दोनों दरवाजों से लेकर भागने के रास्ते तक की सारी जानकारी मौजूद थी।

2 बजे रात को बोला हमला

बता दें कि डोडा के इस स्कूल में रात के 2 बजे आतंकियों की एंट्री होती है। उरी हमले की तरह आतंकी सोते हुए जवानों को निशाना बनाने की प्लानिंग के साथ स्कूल में दाखिल हुए थे। मगर जवान पूरी तरह से अलर्ट थे। उन्होंने फौरन मोर्चा संभाला। जवानों और सेना के बीच करीब 4:30 बजे तक मुठभेड़ चली। सुरक्षा बलों ने अगले 1 घंटे तक भी गोलीबारी जारी रखी। मगर आतंकी मौके से फरार हो गए। स्कूल की दीवारों से लेकर दरवाजों तक पर गोलियों के निशान देखे जा सकते हैं।

सेना का सर्च ऑपरेशन

गौरतलब है कि सेना ने जम्मू कश्मीर पुलिक के साथ मिलकर डोडा में सर्च ऑपरेशन चला रखा है। 16 जुलाई को इसी सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों का सामना सेना से हुआ था। इस हमले में सेना के 4 जवान और 1 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। शहीद जवानों की चिता की आग अभी ठंडी भी नहीं हुई थी कि आतंकियों ने उसी इलाके में फिर से पैर पसारना शुरू कर दिया।

यह भी पढ़ें- जम्मू कश्मीर में क्यों बढ़ रहे हैं आतंकी हमले? घाटी को टेरर फ्री बनाने के लिए ये है सेना का प्लान

Open in App
Advertisement
Tags :
Doda newsJammu Kashmir News
Advertisement
Advertisement