Vikas Divyakirti 3 दिन से कहां गायब थे? UPSC स्टूडेंट्स से क्यों नहीं मिले, बताए दिल्ली कोचिंग हादसे के 5 सच
Vikas Divyakirti Interview: दृष्टि IAS कोचिंग सेंटर के संस्थापक और एमडी डॉ. विकास दिव्यकीर्ति दिल्ली में हुए हादसे के 3 दिन बाद सामने आए हैं। उन्होंने ओल्ड राजिंदर नगर में बने राउ IAS कोचिंग सेंटर में हुए हादसे पर अपने विचार रखे। उन्होंने बताया कि दिल्ली कोचिंग सेंटर हादसे की गाज उनके इंस्टीट्यूट पर क्यों गिरी? MCD ने उनका मुखर्जी नगर में खुला इंस्टीट्यूट सील कर दिया है।
बीती रात UPSC स्टूडेंट्स ने उनके घर के बाहर धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया, लेकिन वे स्टूडेंट्स से मिलने नहीं आए। हादसा हुए 3 दिन हो गए, लेकिन मामले में दिव्यकीर्ति स्टूडेंट्स के साथ नहीं हैं, इसलिए उनका गुस्सा फूट रहा है। विरोध बढ़ता देखकर दिव्यकीर्ति ने बीती रात ही ANI को एक इंटरव्यू दिया और दिल्ली कोचिंग सेंटर हादसे पर खुलकर बोले। उन्होंने बताया कि क्यों वे UPSC स्टूडेंट्स से नहीं मिले और और क्यों वे पूरे मामले से 3 दिन दूर रहे?
इस वजह से 3 दिन से नहीं बोले दिव्यकीर्ति
विकास दिव्यकीर्ति ने कहा कि वे आज या कल दिल्ली में विरोध प्रदर्शन कर रहे UPSC स्टूडेंट्स से जरूर मिलेंगे। उनकी समस्याएं सुनेंगे और जो समाधान संभव हो पाएगा, वह जरूर करेंगे। उनका कहना है कि वे किसी भी मामले में हड़बड़ी में प्रतिक्रिया नहीं देते। पहले मामले को लेकर चीजें स्पष्ट हो जाएं, उसके बाद ही वे अपने विचार रखते हैं। इसलिए इस मामले में भी वे 3 दिन तक नहीं बोले, क्योंकि वे मामले से जुड़े पहलुओं का जान समझ रहे थे। दूसरा, अभी स्टूडेंट्स आक्रोश में हैं, इसलिए वे अपनी बात सही तरीके से उनके सामने नहीं रख पाते। बच्चे अभी नाराज हैं, लेकिन एक बार मुलाकात के बाद वे सब समझ जाएंगे।
मामले में टारगेट किए जाने की वजह बताई
सवाल पूछे जाने पर कि दिल्ली कोचिंग हादसे के बाद उन्हें क्यों निशाना बनाया जा रहा है? दृष्टि IAS के संस्थापक और एमडी डॉ. विकास दिव्यकीर्ति कहते हैं कि मुझे निशाना बनाया जा रहा है, क्योंकि ऐसे मामलों में हर कोई बलि का बकरा चाहता है। इससे प्रशासन के लिए चीजें आसान हो जाती हैं। छात्र भावनात्मक उथल-पुथल से गुजर रहे हैं, उनके गुस्से का कारण यह है कि मैं उनके साथ क्यों खड़ा नहीं हुआ? 50 से ज्यादा संस्थानों पर सीलिंग की कार्रवाई हुई है और उनमें से एक दृष्टि IAS भी है। दिल्ली के LG से मुलाकात हुई है। उस बैठक में छात्र भी आए थे और कई संस्थानों के मालिक भी थे। DDA-MCD, अग्निशमन विभाग, मुख्य सचिव से लेकर दिल्ली सरकार के शीर्ष अधिकारी भी थे।
50 सेकेंड में बेसमेंट में भर गया होगा पानी
विकास दिव्यकीर्ति ने इंटरव्यू में बताया कि कैसे बेसमेंट का गेट तोड़कर पानी अंदर घुसा? दिव्यकीर्ति ने हादसे के वीडियो का जिक्र करते हुए कहा कि पानी सड़क पर भरा है और बेसमेंट का लेवल सड़क से ज्यादा ऊंचा नहीं है। पैनल बनाकर पानी को बेसमेंट में घुसने से रोका गया, लेकिन एक जीप की टक्कर से पैनल टूट गया और पानी बेसमेंट में घुसने लगा। स्टूडेंट्स बेसमेंट में भरे पानी में फंसे, क्योंकि बायोमीट्रिक सिस्टम खराब हो गया था। उसके बिना वे बाहर नहीं आ सकते थे। पानी को धड़ से सिर तक पहुंचने में सिर्फ 50 सेकेंड लगे। पानी के तेज बहाव से खिड़की, एग्जॉस्ट फैन तक टूट गए और उन रास्तों से पानी बेसमेंट में भरा।