देश में क्यों फेल हो रहे एग्जिट पोल? चुनाव आयोग ने बताया पूरा सच
Election Commission on Exit Poll 2024: हरियाणा विधानभा चुनाव 2024 के तमाम एग्जिट पोल फेल हो गए थे। सर्वों में जहां प्रदेश में कांग्रेस को बहुमत की तरफ बढ़ते दिखाया जा रहा था 8 अक्टूबर को नतीजे आने के बाद यहां सब उलट हो गया और अब बीजेपी प्रदेश में सरकार बनाने जा रही है। इसी बीच मंगलवार को महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 की तारीखों के ऐलान के बाद चुनाव आयोग ने एग्जिट पोल पर बड़ा बयान दिया है।
चुनाव नतीजे आने से पहले एक पूरी प्रकिया होती है
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के अनुसार मतगणना के दिन पहला रिजल्ट सुबह 9.10 बजे आता है। जबकि मतदान खत्म होने के बाद रात 8.05 बजे ही मीडिया में चुनाव के रुझान दिखाने जाने लगते हैं। इस वजह से एग्जिट पोल और चुनाव परिणाम में बड़ा अंतर सामने होता है। उन्होंने कहा कि नतीजों के ऐलान से पहले आंकड़ों को बहुत सारी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है।
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ईवीएम मशीन की मतदान से पहले पूरी जांच होती है
ईवीएम पर लगे तमाम आरोपों पर चुनाव आयुक्त ने कहा कि चुनाव से 5-6 महीने पहले मशीनों की जांच (एफएलसी) होती है। इसके बाद मॉकपोल किया जाता है, फिर इससे पेजर कनेक्टेड किया जाता है। उन्होंने कहा कि ईवीएम को लेकर राजनीतिक पार्टियों की जो भी शिकायत आई हैं, हम सभी के जवाब देंगे। यह हमारी ड्यूटी है कि हम राजनेता और आम लोगों को ईवीएम कब, कैसे काम करती है? इसकी पूरी जानकारी दें।
ईवीएम पर सबकी शंका दूर करना हमारी जिम्मेदारी
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि ईवीएम पर लगे आरोपों पर हम सबको उनके सवालों का जवाब देंगे। ईवीएम पर जो प्रश्न उठाए गए हैं उनका लिखकर, मीडिया में पब्लिश करवा सभी को इसके प्रति जागरूक करना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि जब मशीन कमिशनिंग होती है, तब उसमें बैटरी डाली जाती है। ऐसे में बैटरी कम ज्यादा होने का सवाल ही नहीं उठता है।
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