होमखेलवीडियोधर्म मनोरंजन..गैजेट्सदेश
प्रदेश | हिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारदिल्लीपंजाबझारखंडछत्तीसगढ़गुजरातउत्तर प्रदेश / उत्तराखंड
ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थExplainerFact CheckOpinionनॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

'One Nation One Election' पर JPC की पहली बैठक, कानून मंत्रालय ने दी 18 हजार पेज की प्रेजेंटेशन, विरोध में उतरा विपक्ष

One Nation One Election Bill: 'एक देश एक चुनाव' पर बुधवार को जेपीसी की पहली बैठक हुई। विपक्ष ने इस बिल का जमकर विरोध किया। विपक्ष ने कहा कि यह बिल संविधान के खिलाफ है। इसे लागू नहीं किया जा सकता।
04:10 PM Jan 08, 2025 IST | Parmod chaudhary
Advertisement

One Nation One Election: 'एक देश-एक चुनाव' पर बुधवार को पहली संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की बैठक हुई। मीटिंग की अध्यक्षता भारतीय जनता पार्टी के सांसद पीपी चौधरी ने की। इस दौरान लॉ मिनिस्ट्री ने लगभग 18 हजार पेज की प्रेजेंटेशन दी। विपक्ष ने बिल का विरोध किया। प्रेजेंटेशन के बाद विपक्षी सांसदों ने अपनी राय रखी। समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव ने इस बिल को संविधान की भावना के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा कि सरकार क्षेत्रीय दलों को खत्म करने की साजिश रच रही है। तृणमूल कांग्रेस के नेता कल्याण बनर्जी ने पूछा कि खर्चा कम करना जरूरी है या लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा करना जरूरी है।

Advertisement

ये भी पढ़ेंः दिल्ली में 37 साल तक क्यों नहीं हुए विधानसभा चुनाव? पहले चुनाव में बीजेपी ने रचा था इतिहास

कांग्रेस नेता मनीष तिवारी और मुकुल वासनिक ने भी बिल का विरोध करते हुए इसको संविधान के बेसिक स्ट्रक्चर के खिलाफ बताया। जेपीसी की बैठक में सबसे पहले कानून और विधि मंत्रालय की ओर से वन नेशन वन इलेक्शन बिल पर प्रेजेंटेशन दी गई। उसके बाद पहले भाजपा फिर कांग्रेस, सपा, तृणमूल कांग्रेस समेत सभी दलों के नेताओं ने एक-एक कर अपनी राय दी।

Advertisement

दो सदस्य नहीं आए मीटिंग में

प्रियंका गांधी ने एक देश एक चुनाव को लेकर सरकार की दलीलों पर सवाल उठाए। उन्होंने पूछा कि क्या इससे चुनाव में खर्च कम होगा? ऐसा आप कैसे कह सकते हैं? बीजेपी ने कहा कि अलग-अलग समय पर अलग-अलग राज्यों में चुनाव होने से खर्च बेतहाशा होता है। इसके अलावा विकास की गति पर भी प्रभाव पड़ता है। जेपीसी की अगली बैठक कल होगी।

बता दें कि बिल को शीतकालीन सत्र में केंद्र सरकार ने पेश किया था। जिसे अब 39 सदस्यीय संयुक्त संसदीय समिति (Joint Parliamentary Committee) के सामने रखा गया है। समिति की पहली बैठक में 37 सांसद मौजूद रहे। मीटिंग में बीजेपी के सांसद सीएम रमेश और एलजेपी की सांसद शांभवी चौधरी व्यक्तिगत कारणों के चलते शामिल नहीं हो पाईं।

यह भी पढ़ें:‘AAP ने तार-तार की राजनीतिक मर्यादा’; BJP सांसद सुधांशु त्रिवेदी भड़के, प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उठाए सवाल

इस समिति में सभी प्रमुख दलों के नेता शामिल किए गए हैं। कांग्रेस से प्रियंका गांधी वाड्रा, जदयू से संजय झा, शिवसेना शिंदे गुट से श्रीकांत शिंदे, आप से संजय सिंह और टीएमसी से कल्याण बनर्जी के अलावा अन्य शामिल हैं। बैठक में पहले दिन बिल के प्रावधानों से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर मंथन किया गया। पूर्व में की गई सिफारिशों को भी समिति के सामने रखा गया।

Open in App
Advertisement
Tags :
one nation one electionOne Nation One Election Committee
Advertisement
Advertisement