क्या है कैश फॉर जॉब मामला? जिसे लेकर गोवा में छिड़ा सियासी संग्राम
Goa Cash For Job Scam Politics : गोवा में कैश पर फॉर जॉब का आरोप लगाकर विपक्ष सत्ताधारी बीजेपी पर हमलावर है। विपक्ष के नेता और गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विधायक विजय सरदेसाई का आरोप है कि दक्षिण गोवा के जिला अधिकारी कार्यालय में 92 रिक्त क्लर्क पदों की भर्ती के लिए उम्मीदवारों से पैसे मांगे जा रहे हैं। इसे लेकर कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी पार्टियों ने न्यायिक जांच की मांग की। विपक्ष के आरोपों पर राज्य सरकार में राजस्व मंत्री बाबुश मोन्सेरात ने पलटवार करते हुए कहा कि अगर पैसे मांगने का सबूत है तो पेश करें, सरकार ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।
आरोपों के मुताबिक, राजस्व मंत्रालय के तहत दक्षिण गोवा के जिला अधिकारी कार्यालय में LDC पोस्ट के लिए अक्टूबर 2023 में परीक्षा ली गई थी। फरवरी 2024 में योग्य उम्मीदवारों का स्किल टेस्ट भी लिया गया था, जिसका रिजल्ट 7 महीने बाद जारी किया गया। सरदेसाई का आरोप है कि रिजल्ट के बाद कुछ योग्य उम्मीदवारों से पैसे की मांग की जा रही है। ऐसे में इस परीक्षा को रद्द कर इसकी जांच कराई जानी चाहिए।
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मंत्री का पलटवार- सबूत करें पेश
राजस्व मंत्री बाबुश मोनसेरात ने कहा कि वे भर्ती प्रक्रिया में किसी भी तरह से हस्तक्षेप नहीं करते हैं। भर्ती की प्रक्रिया आयोग के माध्यम से की जाती है। किसी ने ऐसे पैसे लिए हैं तो सबूत पेश करें। अगर किसी ने पैसा लिया है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले भी उन पर सत्ता में रहते हुए, यहां तक कि मंत्री रहते हुए इस तरह के पैसे लेने का आरोप लगा था।
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मनोहर पर्रिकर के बेटे ने भी मंत्री के खिलाफ खोला मोर्चा
कुछ दिन पहले गोवा सरकार में राजस्व मंत्री बाबुश मोनसेरात के खिलाफ पूर्व सीएम और भाजपा के दिग्गज नेता रहे मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर ने भी मोर्चा खोला था। पर्रिकर ने सीएम प्रमोद सावंत से मंत्री पर लगे आरोपों की जांच की मांग की थी। उन्होंने कहा कि बाबुश जैसे लोगों की वजह से भाजपा पर दाग लग रहे हैं। अगर सीएम उनके खिलाफ कोई जांच शुरू करते हैं तो लोगों में अच्छा संदेश जाएगा।