Heatwave: केंद्र ने जारी की एडवाइजरी, गर्मी से बचाव के लिए क्या करें और क्या नहीं?
Health Ministry New Advisory: भीषण गर्मी के कारण देश के कई हिस्सों में झुलसा देने वाले हालात हैं। लगातार हीटस्ट्रोक के मरीज बढ़ते जा रहे हैं। जिसके बाद अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से नई एडवाइजरी जारी की गई है। मंत्रालय ने अस्पतालों को लू के मरीजों का इलाज प्राथमिकता के आधार पर करने के आदेश दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने अस्पतालों की स्थिति और तैयारियों को लेकर भी समीक्षा की है। अस्पतालों को विशेष हीटवेव यूनिट्स शुरू करने के आदेश दिए गए हैं, ताकि समय रहते हीटस्ट्रोक के मरीजों का इलाज किया जा सके।
दिल्ली एनसीआर में कई मौतों से हड़कंप
हीटवेव के कारण दिल्ली एनसीआर में 20 लोगों की मौत का मामला सामने आया है। अकेले नोएडा में ही 14 लोगों के शव अलग-अलग जगहों से बरामद हुए हैं। हालांकि विभाग ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने तक मौतों को संदिग्ध माना है। दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में अब तक गर्मी से जूझ रहे 45 मरीजों को एडमिट किया गया है। वहीं, लू से 9 मौतों की बात भी अस्पताल ने मानी है। पिछले दो दिन में ही सात मौतें हुई हैं। वहीं, सफदरजंग अस्पताल के अनुसार अब तक गर्मी से यहां 9 लोग मरे हैं।
5 लोगों की जान बुधवार को ही गई है। लोक नायक अस्पताल में दो लोगों की मौत पिछले एक सप्ताह में हुई है। कई अन्य अस्पतालों में भी यही हाल है। स्वास्थ्य मंत्रालय की एडवाइजरी में कहा गया है कि लू के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। अगर लू के बारे में पता लगता है तो तुरंत पीड़ित को कूलिंग दी जाए। पानी और बर्फ इसके लिए कारगर है। कई हिस्सों में तापमान 45 डिग्री पार कर गया है। इसलिए अपनी डाइट में नींबू पानी, दही, तरबूज और छाछ शामिल करें। तापमान 40 डिग्री पार कर जाए तो लू लगने की आशंका अधिक हो जाती है।
इन चीजों का रखें ध्यान
- धूप में बाहर न जाएं। दोपहर 12 से 3 बजे के बीच खास ध्यान रखें।
- लाइट वेट वाले ढीले और हल्के रंग के सूती कपड़ों का प्रयोग करें। बाहर जाते समय टोपी, चश्मा, छाता और जूते या चप्पल का प्रयोग करें।
- बाहर जाते समय अपने साथ पानी की बोतल जरूर रखें।
- शराब, चाय और कॉफी पीने से बचें। कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक न लें।
- ज्यादा प्रोटीन वाला और बासी खाना खाने से परहेज करें।
- बाहर जाते समय शरीर के अंगों को नरम कपड़े से ढकें।
- पार्क किए वाहनों में बच्चों या जानवरों को न छोड़ें।
- अगर कमजोरी या बीमारी के लक्षण लगें तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
- अपने घर पर ओआरएस जरूर रखें। चावल का पानी या नींबू पानी के अलावा दही, लस्सी पीएं।
- घर को ठंडा रखने के लिए पर्दे, शटर या सनशेड का यूज करें।
- रात में खिड़कियां खोलने के साथ ही पंखा चलाएं। बार-बार नहाएं और कपड़े को हल्का गीला कर पहनें।