होमखेलवीडियोधर्म
मनोरंजन.. | मनोरंजन
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

जमीन खा गई या आसमान निगल गया! आखिर कहां गए 45 लोग? हिमाचल में बादल फटने से मची थी तबाही

Himachal Rescue Operation: हिमाचल प्रदेश में बादल फटने के बाद लापता हुए लोगों का 3 दिन से कोई सुराग नहीं लगा है। लगातार सर्च ऑपरेशन चल रहा है, लेकिन कोई नहीं मिला। हालांकि उनके जिंदा बचने की उम्मीद नहीं है, लेकिन लाशें भी नहीं मिली हैं।
01:01 PM Aug 03, 2024 IST | Khushbu Goyal
Himachal Cloud Burst
Advertisement

Himachal Cloudburst Latest Updates: जमीन खा गई या आसमान निगल गया। आखिर 45 लोग कहां गए, जिनका कुछ सुराग ही नहीं लग रहा है। हिमाचल प्रदेश में पिछले 60 घंटे से सर्च ऑपरेशन चल रहा है, लेकिन बादल फटने की घटना के बाद लापता हुए लोगों के शव तक नहीं मिल रहे हैं। इस बीच लाहौल स्पीति में भी बादल फटे और एक महिला की मौत हो गई। लाहौल स्पीति की पिन घाटी में बादल फटने की घटना हुई।

Advertisement

मलबे में दबी महिला की लाश बरामद हुई। DC राहुल कुमार ने इसकी पुष्टि की, लेकिन गत एक अगस्त को मंडी, कुल्लू और शिमला में बादल फटने के बाद 50 से ज्यादा लोग मलबे के साथ आए पानी में बह गए थे, लेकिन 3 दिन में सिर्फ 7 लाशें मिलीं। बाकी 45 लोग कहां गए, अभी तक किसी को पता नहीं है। NDRF, SDRF, पुलिस, होमगार्ड के जवान उन्हें पूरे आपदा ग्रस्त इलाके में तलाश चुके हैं, लेकिन उनके बारे में कुछ पता नहीं चला।

 

Advertisement

लाहौल स्पीति के काजा में बादल फटे

बता दें कि शुक्रवार रात को लाहौल स्पीति के काजा शहर के गांव सगनम में बादल फटे। मलबे में जंगमो (55) पत्नी पदम दुर्जे बह गईं। बीती शाम उनका शव बरामद हुआ। अतिरिक्त उपायुक्त के नेतृत्व में उपमंडल अधिकारी नागरिक, नायब तहसीलदार और भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल की एक टुकड़ी ने सर्च ऑपरेशन चलाया।

वहीं बादल फटने दारचा-शिंकुला रोड पर बना पुराना और नया पुल डैमेज हो गया। BRO की टीम रास्ता बहाल करने में जुटी है, लेकिन अभी 2 से 3 दिन का समय रास्ता पूरी तरह खुलने में लगेगा। दारचा से लगभग 16 किलोमीटर की दूरी पर बादल फटा। SP लाहौल-स्पीति मयंक चौधरी और जिला प्रशासन ने एडवाइजरी जारी करके लोगों से अपील की है कि वे इस रोड पर सफर न करें।

 

शिमला, मंडी और कुल्लू में ऐसे हैं हालात

बता दें कि एक अगस्त को कुल्लू, मंडी और शिमला के 5 गांवों में बादल फटे। 3 दिन में 6 लाशें बरामद हो चुकी हैं। राजस्व और आपदा प्रबंधन के विशेष सचिव DC राणा के अनुसार, भूस्खलन के कारण मंडी से पंडोह के बीच बना नेशनल हाईवे 5 मील, 6 मील, 9 मील के पास ब्लॉक है। बड़े-बड़े पत्थरों और मलबे के कारण ट्रैफिक बाधित कर दिया गया।

शिमला जिले के रामपुर से सटे समेज गांव में लापता लोगों की तलाश तीसरे दिन भी जारी है। सतलुज नदी में भी सर्च ऑपरेशन चल रहा है। लाइव डिटेक्टर की मदद से गांव समेज से कौल डैम तक 85 किलोमीटर का एरिया खंगाला जा रहा है। कुल्लू जिले के निरमंड में बादल फटने से पुल टूट गए। प्रशासन ने 5 दिन के लिए स्कूल बंद करने का ऐलान किया है। बागीपुल, समेज और जाओ गांव में स्कूल की बिल्डिंग ढह गई है।

Open in App
Advertisement
Tags :
Himachal cloudburstMonsoon 2024rescue operation
Advertisement
Advertisement