Mukesh Agnihotri कौन, जो बन सकते हैं हिमाचल के नए CM! जानें रेस में और किस-किस का नाम?
Himachal Political Crisis Latest Update: हिमाचल प्रदेश में छिड़े सियासी संग्राम के बीच बड़ी खबर सामने आई है। प्रदेश में कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने इस्तीफे की पेशकश की है। वहीं चर्चा है कि अब उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री को मुख्यमंत्री बनाकर नई जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। वहीं विक्रमादित्य सिंह और प्रतिभा सिंह का नाम भी मुख्यमंत्री बनने वालों की दौड़ में है।
बता दें कि सुक्खू सरकार को लेकर घमासान छिड़ा हुआ है। बीते दिन राज्यसभा चुनाव मतदान में कांग्रेस के 6 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। इसके बाद कांग्रेस के करीब 26 विधायकों ने मुख्यमंत्री सुक्खू से नाराजगी जताई। विरोध स्वरूप विधायक विक्रमादित्य सिंह ने PWD मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
इसके बाद सुक्खू ने कांग्रेस हाईकमान को अपना इस्तीफा ऑफर किया, जिस पर शाम तक फैसला आ सकता है। वहीं शाम को ही हिमाचल कांग्रेस ने विधायक दल की बैठक भी बुलाई गई, जिसमें विधायक दल के नए नेता का नाम फाइनल हो सकता है।
पहले भी मुख्यमंत्री के दावेदारों में रह चुके
बता दें कि मुकेश अग्निहोत्री कांग्रेस के दिग्गज और अनुभवी नेताओं में से एक हैं। वे इस समय हिमाचल प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री भी हैं। अपने राजनीतिक करियर में उन्होंने लगातार 5 चुनाव जीते हैं। साल 2012 से 2017 तक वे वीरभद्र सिंह की सरकार में उद्योग मंत्री रह चुके हैं। वे संसदीय कार्य, सूचना एवं जनसंपर्क, श्रम एवं रोजगार जैसे विभागों की जिम्मेदारी भी बखूबी संभाल चुके हैं।
अगर वे अब मुख्यमंत्री बनते हैं तो CM बनने वाले देश के दूसरे ब्राह्मण होंगे। साल 2022 में जब कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव जीता था, तब भी मुकेश अग्निहोत्री मुख्यमंत्री बनने की रेस में थे, लेकिन क्योंकि सुक्खू के समर्थन में विधायकों की संख्या ज्यादा थी, इसलिए उन्हें मुख्यमंत्री बनाया गया था।
पेशे से पत्रकार रह चुके हैं मुकेश अग्निहोत्री
मुकेश अग्निहोत्री ने साल 2003 में हिमाचल के संतोखगढ़ से पहली बार चुनाव लड़ा था और जीत भी हासिल की थी। 9 अक्टूबर 1962 पंजाब के संगरूर जिले में मुकेश अग्निहोत्री का जन्म हुआ था, लेकिन वे ऊना में पले-बढ़े। उनकी एजुकेशन भी हिमाचल में ही हुई। उन्हें मैथमेटिक्स से MSC की हुई है।
पब्लिक रिलेशन में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा भी किया हुआ है। वह राजनीति में आने से पहले पत्रकार थे। उन्होंने बतौर संवाददाता शिमला में करीब 10 साल पत्रकारिता की। हाल ही उनकी पत्नी को देहांत भी हुआ था।