राज्यसभा चुनाव: किस्मत से कैसे हार गए अभिषेक मनु सिंघवी? पढ़ें Inside Story
How Abhishek Manu Singhvi Lose Rajya Sabha Election 2024: तीन राज्यों में राज्यसभा चुनाव के नतीजे मंगलवार को घोषित हो गए। जहां एक ओर बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को झटका देते हुए उसके एक प्रत्याशी को शिकस्त दी तो वहीं दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश में बीजेपी ने कांग्रेस को झटका दिया। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के 40 विधायक होते हुए भी उसके प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी को 34 ही वोट मिले। सिंघवी और बीजेपी प्रत्याशी हर्ष महाजन के बीच मुकाबला टाई हुआ, इसके बाद महाजन को 'पर्ची' के जरिए विजेता घोषित कर दिया गया।
किस्मत से कैसे हार गए अभिषेक मनु सिंघवी?
दरअसल, अभिषेक मनु सिंघवी और हर्ष महाजन के बीच 34-34 वोटों का टाई होने के बाद टॉस से विजेता चुना गया। इसमें अभिषेक मनु सिंघवी किस्मत से हार गए। कांग्रेस-बीजेपी के उम्मीदवारों के नाम की पर्ची निकलवाई गई। इसमें फैसला बीजेपी के पक्ष में आया और आखिरकार हर्ष महाजन को विजेता चुन लिया गया। कहा जा रहा है कि कांग्रेस के 6 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। हालांकि, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सीआरपीएफ और हरियाणा पुलिस के काफिले पर 5-6 विधायकों को ले जाने का आरोप लगाया।
क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों पर तंज
इस हार के बाद जहां एक ओर अभिषेक मनु सिंघवी ने हर्ष महाजन को जीत की बधाई दी तो वहीं दूसरी ओर क्रॉस वोटिंग करने वाले 9 विधायकों पर तंज कसा। इसमें कांग्रेस के 6 और 3 निर्दलीय विधायक शामिल रहे। उन्होंने कहा कि आज सुबह तक इन विधायकों ने हमारे साथ नाश्ता किया और अब उन्होंने पाला बदल लिया। इन विधायकों को अपने गिरेबां में झांककर देखना चाहिए। सिंघवी ने इसके बाद शायराना अंदाज में कहा- मैं लौटकर आऊंगा।
कहां गए क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायक
बताया जा रहा है कि क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायक हरियाणा के पंचकूला पहुंच गए हैं। इसके बाद हिमाचल सरकार पर खतरा बढ़ गया है। हिमाचल प्रदेश में विधानसभा की 68 सीटें हैं। जिसमें बहुमत के लिए 35 विधायकों की जरूरत थे। कांग्रेस के पास कुल 40 विधायक हैं। छह विधायकों के जाने से यह संख्या 34 ही रह गई है। ऐसे में माना जा रहा है कि सरकार के लिए संकट की स्थिति खड़ी हो गई है।
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