लाखों की सैलरी, सरकारी नौकरी... इस पद के लिए नहीं मिल रहा कोई कैंडिडेट
HPCL CMD Interview: हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPCL) के प्रमुख पद के लिए सार्वजनिक उपक्रम चयन बोर्ड (PESB) को फिर कोई योग्य कैंडिडेट नहीं मिला है। पीईएसबी की ओर से हाल ही में सीएमडी की पोस्ट के लिए साक्षात्कार लिए गए थे। एचपीसीएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक के लिए 8 लोगों ने इंटरव्यू दिए थे। लेकिन पीईएसबी को सार्वजनिक क्षेत्र की बड़ी कंपनी के सीएमडी के लिए कोई उम्मीदवार योग्य नहीं लगा। गौरतलब है कि सार्वजनिक उपक्रमों के लिए शीर्ष पदों को भरने का जिम्मा पीईएसबी के पास होता है। जो इंटरव्यू के जरिए योग्य कैंडिडेट्स की खोज करता है। 3 साल में यह तीसरा मौका है, जब पीईएसबी को इतने बड़े पद के लिए कोई योग्य उम्मीदवार नहीं मिला। इस पोस्ट के लिए 14 जून को इंटरव्यू लिए गए थे। जिसमें 8 लोगों ने भाग लिया था।
मंत्रालय को सलाह-अब दूसरा तरीका चुना जाए
इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (IGL) के प्रबंध निदेशक के अलावा इस पद के लिए एचपीसीएल निदेशक मंडल के एक सदस्य ने भी इंटरव्यू दिया था। लेकिन पीईएसबी को कोई उपयुक्त नहीं लगा। पीईएसबी पैनल की ओर से अधिसूचना जारी की गई है कि बोर्ड ने एचपीसीएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक की पोस्ट के लिए किसी उम्मीदवार के नाम की सिफारिश नहीं की है। इस बाबत अब पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय की खोज सह चयन समिति (SCSC) को सलाह दी गई है कि वह चयन का कोई दूसरा तरीका चुने। यह पद एक सितंबर 2024 के बाद रिक्त हो जाएगा। फिलहाल सीएमडी का काम पुष्प कुमार जोशी देख रहे हैं। जो 60 वर्ष के होने के बाद सितंबर में रिटायर होने जा रहे हैं।
यह भी पढ़ें:पेट्रोल के दाम 10 रुपये कम होने पर भी उड़ा मजाक, पाक सरकार ने दिया था ईद का तोहफा
इससे पहले पीईएसबी ने ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ONGC) और इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) के प्रमुख पद के लिए इंटरव्यू लिया था। लेकिन कोई कैंडिडेट योग्य नहीं मिलने पर आईओसी के प्रमुख पद को एक साल बढ़ा दिया गया था। वहीं, ओएनजीसी का प्रभार सेवानिवृत्त हो चुके अधिकारी को सौंपा गया था। पीईएसबी की ओर से तीन जून 2021 को देश के सबसे बड़े तेल एवं गैस उत्पादक ओएनजीसी के हेड के लिए इंटरव्यू लिया गया था। कुल 9 उम्मीदवारों में 2 आईएएस अफसरों ने भी इंटरव्यू दिया था। बाद में भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) से रिटायर हो चुके अरुण सिंह को हेड की जिम्मेदारी 3 साल के लिए दी गई थी।