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क्या है VSHORADS एयर डिफेंस सिस्टम? जिससे बढ़ेगी तीनों सेनाओं की ताकत; रक्षा मंत्रालय ने बताई खासियत

Indian Fourth Generation Short Range Air Defense System: देश की रक्षा के लिए भारत ने एक और अत्याधुनिक मिसाइल तैयार कर ली है। राजस्थान के पोखरण में VSHORADS एयर डिफेंस सिस्टम का सफल परीक्षण किया गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सशस्त्र बलों को बधाई दी है।
12:18 PM Oct 06, 2024 IST | Sakshi Pandey
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Indian Fourth Generation Short Range Air Defense System: भारत ने फोर्थ जेनेरेशन शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम (VSHORADS) का सफल परीक्षण किया है। यह परीक्षण राजस्थान के पोखरण में किया गया। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा तैयार किए गए इस एयर डिफेंस सिस्टम को जमीन से 3 बार लॉन्च किया गया। इस दौरान VSHORADS की अधिकतम ऊंचाई और रेंज जैसे पैरामीटर्स की जांचे गए, जिसमें VSHORADS सफल साबित हुआ।

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RCI और DRDO  ने किया तैयार

बता दें कि VSHORADS डिजिटली चलने वाला मैन-पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्टम है, जिसे रिसर्च सेंटर इमारत (RCI) ने DRDO के साथ मिलकर बनाया है। VSHORADS के परीक्षण में हिट टू किल प्रणाली का प्रदर्शन किया गया। इस दौरान VSHORADS को आगे लाना, पीछे हटाना और क्रॉसिंग मोड जैसे करतब भी दिखाए गए।

रक्षा मंत्रालय ने गिनाई खासियत

रक्षा सूत्रों की मानें तो इस मिसाइल का काम पूरा हो चुका है। DPP मॉडल के आधार पर 2 एजेंसियों ने मिलकर इस मिसाइल को तैयार किया है। परीक्षण के दौरान मिसाइलों को अलग-अलग ऊंचाइयों पर रोका गया। रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए इसकी जानकारी दी है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि DPP मोड (Development cum Production Partner) के तहत बनी इस मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है। शुरुआती परीक्षण में मिसाइल सभी पैरामीटर्स पर खरी उतरी है। परीक्षण सफल होने के बाद मिसाइल का प्रोडक्शन शुरू किया जाएगा।

हवाई खतरों को करेगी बेअसर

VSHORADS एयर डिफेंस सिस्टम की बात करें तो इस मिसाइल में रिएक्शन कंट्रोल सिस्टम और इंटीग्रेटेड एवियोनिक्स जैसी कई तकनीकें शामिल हैं, जिनका सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है। दोहरे जोर वाली सॉलिड मोटर से बनी यह मिसाइलें कम दूरी और कम ऊंचाई वाले हवाई खतरों को भी बेअसर करने में कामयाब साबित होंगी। जाहिर है कि इससे सुरक्षाबलों की ताकत और बढ़ जाएगी। मिसाइल को एक जगह से दूसरी जगह ले जाना भी काफी आसान होगा।

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तीनों सेनाओं की बढ़ेगी ताकत

6 किलोमीटर दूर तक की मारक क्षमता रखने वाली VSHORADS मिसाइल जल, थल और वायु सेना की कई जरूरतों को पूरा कर सकती है। एक अकेला सैनिक इसे जमीन और जहाज के रास्ते किसी भी वाहन में रखकर ले जा सकता है। DRDO के अध्यक्ष समीर वी. कामत का कहना है कि यह मिसाइल जाम नहीं होती है। अब यह मिसाइल न्यू जेनेरेशन सिस्टम का हिस्सा बनने जा रही है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की बधाई

VSHORADS एयर डिफेंस सिस्टम के सफल परीक्षण पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने DRDO को शुभकामनाएं दी हैं। इसके अलावा रक्षा मंत्री ने सशस्त्र बलों और मिसाइल बनाने में शामिल इंडस्ट्रियों की भी सराहना की है। राजनाथ सिंह ने कहा कि आधुनिक तकनीकी से लैस नई मिसाइल सशस्त्र बलों को हवाई खतरों से निपटने में मदद करेगी।

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Tags :
air defense systemRajnath Singh
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