Jammu Kashmir Election: BJP की नई लिस्ट में 15 नाम, कांग्रेस-नेशनल काॅन्फ्रेंस में सीट बंटवारे पर चर्चा शुरू
Jammu Kashmir Assembly Election 2024: बीजेपी आलाकमान ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 के लिए 15 उम्मीदवारों की नई लिस्ट जारी की है। इससे पहले पार्टी ने सुबह 44 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी। जिसे पार्टी ने कुछ देर ही बाद वापस ले लिया था। चुनाव आयोग द्वारा घोषित की गई तारीखों के अनुसार 27 अगस्त पहले चरण में नाॅमिनेशन की आखिरी तारीख है।
इधर कांग्रेस और नेशनल काॅन्फ्रेंस में सीट बंटवारे पर बातचीत जारी है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर पहले चरण के लिए नाॅमिनेशन की आखिरी तारीख 27 अगस्त है। ऐसे में उम्मीद है कि आज शाम तक नेशनल काॅन्फ्रेंस और कांग्रेस उम्मीदवारों को लेकर ऐलान कर सकते हैं।
इसलिए वापस ली पहले जारी की गई सूची
जानकारों की मानें तो कुछ बड़े नेताओं के नाम लिस्ट में गायब होने की वजह से पार्टी ने ये फैसला किया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या पार्टी दोनों पूर्व डिप्टी सीएम को मौका देगी या नहीं। बता दें कि यह नई लिस्ट पहले चरण के लिए है। जबकि इससे पहले जारी की गई 44 उम्मीदवारों की लिस्ट में तीनों चरणों के प्रत्याशियों के नाम थे।
आर्टिकल 370 हटाने के बाद पहली बार हो रहे विधानसभा चुनाव
इससे पहले आज जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने 44 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी। रविवार 25 अगस्त को भाजपा मुख्यालय पर हुई बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह समेत कई बड़े नेता और केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्य शामिल हुए। बता दें कि प्रदेश में तीन चरणों 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को वोटिंग होगी। वहीं मतगणना 4 अक्टूबर को की जाएगी। बता दें कि आर्टिकल 370 खत्म होने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहली बार विधानसभा के चुनाव होने जा रहे हैं।
60-70 सीटों पर चुनाव लड़ेगी बीजेपी
बीजेपी के सूत्रों की मानें तो पार्टी इस बार 60-70 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ सकती हैं। बता दें कि परिसीमन के बाद प्रदेश में सीटों की संख्या बढ़कर 90 हो गई। इससे पहले प्रदेश में 83 सीटें थी। हालांकि प्रदेश में कुल सीटों की संख्या 114 है, लेकिन पीओके की 24 सीटों पर चुनाव नहीं हो रहे हैं।
चुनाव को लेकर बीजेपी बनाई रणनीति
भाजपा के आला नेता इस बार जम्मू-कश्मीर में 7-8 रैलियां करेंगे। बता दें कि पार्टी ने इस चुनाव में किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करने का फैसला किया है। हालांकि पार्टी घाटी के उन सभी निर्दलीय उम्मीदवारों का समर्थन करेगी जहां पार्टी चुनाव नहीं लड़ेगी। बता दें कि प्रदेश में आखिरी बार विधानसभा चुनाव 2014 में हुए थे। तब बीजेपी और पीडीपी ने मिलकर सरकार बनाई थी। 2018 में गठबंधन टूटने के बाद सरकार गिर गई थी। इसके बाद प्रदेश में 6 महीने तक राज्यपाल शासन रहा। इसके बाद प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया ।
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बैन हो चुकी जमात ए इस्लामी पार्टी ने भी घोषित किए उम्मीदवार
बता दें कि अब तक कई क्षेत्रीय पार्टियां अपने नाम घोषित कर चुकी है। जानकारी के अनुसार डमोके्रटिक प्रोगेसिव आजाद पार्टी 13 नामों का ऐलान कर चुकी है। वहीं आम आदमी पार्टी 7 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। वहीं बैन हो चुकी जमात ए इस्लामी पार्टी ने 7 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। केंद्र सरकार ने 2019 में यूएपीए के तहत जमात इस्लामी को गैर कानूनी संगठन घोषित कर दिया था। सरकार ने इस साल इस प्रतिबंध को 5 साल के लिए बढ़ा दिया है।
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