केंद्रीय मंत्री बनने के 3 दिन बाद ही सिंधिया को याद आए कांग्रेस के दिन! कही ये बात
Jyotiraditya Scindia: 9 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 71 मंत्रियों के साथ शपथ ग्रहण की। इस लिस्ट में गुना से बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम भी शामिल था। उन्होंने मोदी मंत्रिमंडल में दूरसंचार मंत्रालय का कार्यभार संभाला है। हालांकि दूरसंचार मंत्री के रूप में ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने पुराने दिनों को याद करके भावुक हो उठे हैं।
जूनियर मंत्री थे सिंधिया
मोदी सरकार में दूरसंचार मंत्री बनने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस के दिन याद आ गए। कांग्रेस सरकार में उन्हें इसी मंत्रालय के अंतर्गत छोटा पद दिया गया था। 2007, 2008 और 2009 में ज्योतिरादित्य सिंधिया दूरसंचार विभाग में जूनियर मंत्री थे। वहीं अब उन्हें पूरे मंत्रालय का ही दारोमदार सौंप दिया गया है।
भावुक हुए सिंधिया
कांग्रेसी दिनों को याद करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मेरा इस मंत्रालय से पुराना रिश्ता रहा है। तीन साल तक मैंने दूरसंचार विभाग में जूनियर मिनिस्टर के रूप में काम किया। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में मैं लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करूंगा। ज्योतिरादित्य सिंधिया का कहना है कि देश का दूरसंचार विभाग और डाक विभाग ना सिर्फ स्थानीय बल्कि वैश्विक मंच पर भी अहम रोल निभाने की ताकत रखता है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में दोनों विभाग बेहतरीन काम करेंगे। हम 140 करोड़ देशवासियों तक हर सुविधा पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
सिंधिया के सामने है बड़ी चुनौती
बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दूरसंचार मंत्रालय के साथ-साथ मिनिस्ट्री ऑफ डेवेलपमेंट ऑफ नॉर्थ ईस्टर्न रीजन का भी कार्यभार संभाला है। हालांकि दूरसंचार मंत्री के रूप में सिंधिया के सामने कई चुनौतियां आने वाली हैं। देश के टेलिकॉम सेक्टर में सिर्फ तीन बड़ी कंपनियां हैं- एयरटेल, जियो और वोडाफोन आइडिया। इनमें वोडाफोन आइडिया भारी कर्ज में डूबी है और इस कंपनी में सरकार का भी अच्छा-खासा शेयर मौजूद है। इसके अलावा दूरसंचार अधिनियम 2023 को लागू करना भी सिंधिया के लिए चैलेंजिग टास्क साबित होगा।
बता दें कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में ज्योतिरादित्य सिंधिया को नागरिक उड्डयन मंत्री बनाया गया था। हालांकि मोदी 3.0 में नागरिक उड्डयन मंत्रालय राम मोहन नायडू के पास है।