एक्सीडेंट नहीं, बालचंद्र कलगी का प्लानिंग के तहत हुआ था मर्डर; कर्नाटक पुलिस ने ऐसे खोला था राज
Karnataka Crime News: कर्नाटक के कोडागु जिले के बीजेपी नेता की हत्या का खुलासा पुलिस ने किया था। बालचंद्र कलगी तीन बार संपाजे ग्राम पंचायत के अध्यक्ष रहे थे। मार्च 2019 में उनकी मौत हो गई थी। बताया गया था कि उनकी मौत हादसा थी। उनकी कार को ओमनी वैन ने टक्कर मारी थी। लेकिन पुलिस पुलिस इंस्पेक्टर एचएन सिद्धैया मौके पर गए तो उनको कुछ सुराग हाथ लगे थे। जिससे उनका शक गहरा गया। आरोपी ने बड़ी सफाई से टक्कर मारी थी। 42 साल के कलगी कोडागु जिला भाजपा के सचिव थे।
संपाजे ग्राम पंचायत के अध्यक्ष रहने के दौरान उन्होंने शराब की दुकानों को गांव से बाहर करवा दिया था। गांव में बार बंद करवा सफाई अभियान शुरू किया था। जिससे शराब माफिया रंजिश रखने लगा। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक तत्कालीन इंस्पेक्टर को 19 मार्च 2019 को शाम को सूचना मिली थी कि कलगी की रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई है। शव को अस्पताल में भेजा गया है। वे अस्पताल पहुंचे तो कलगी के समर्थक वहां मौजूद थे। पत्नी सुनीता के बयानों पर पुलिस ने हादसे का केस दर्ज किया।
दोबारा चुनाव लड़ना चाहते थे कलगी
मदिकेरी शहर से पांच किलोमीटर दूर मेकेरी में उनकी लॉरी को टक्कर मारी गई थी। आरोपी ड्राइवर मौके से फरार हो चुका था। कलगी की गाड़ी टक्कर के बाद बाएं से दाएं मुड़ी थी। उनको पता लगा कि कलगी फिर से पंचायत चुनाव लड़ना चाह रहे थे। हो सकता है कि उनका मर्डर करवाया गया हो। बाद में सांसद प्रताप सिम्हा ने भी पुलिस से कड़ी कार्रवाई की मांग की। पत्नी सुनीता ने संपत कुमार केए और एचके हरि प्रसाद पर शक जताया था। पुलिस ने दोनों की कॉल डिटेल निकाली। पुलिस को पता लगा कि आरोपियों के बीच पिछले 10 दिन में कई बार बात हुई है। 14 मार्च 2019 के बाद आरोपियों के बीच तीन मीटिंग हुई थी।
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प्रसाद ने ही कलगी के मर्डर के लिए संपर्क किया था। जिसके बाद कुछ पैसों में डील हुई। इसके बाद दोनों ने बोल्लूर गांव के लॉरी चालक जयन को हायर किया। जिसको पैसों की जरूरत थी। आरोपियों ने भरोसा दिया कि हादसे के बाद वे उसके परिवार का ध्यान रखेंगे। कानूनी लड़ाई भी लड़ेंगे और लोन भी चुका देंगे। 16 मार्च, 2019 को आरोपियों ने एक फोन भी उसे दिया। 19 मार्च तक आरोपियों ने कलगी की रेकी की। घटना के दिन पता लगा कि कलगी पत्नी के साथ मंदिर के लिए निकले हैं। सुबह 9.30 बजे पीछा शुरू किया। कलगी ने मंदिर से आने के बाद पत्नी को घर छोड़ा और मुरनाड की ओर जाने लगे।
पीछा कर मारी टक्कर
आरोपी जयन ने उनका पीछा किया और शाम 6.15 बजे वाहन को टक्कर मार दी। पूछताछ में आरोपियों ने कबूला था कि जयन ने नए फोन से प्रसाद और कुमार को हत्या की जानकारी दी और बाद में इसे नदी में फेंक दिया था। घटना के तीसरे दिन जयन मदिकेरी ग्रामीण पुलिस स्टेशन में सरेंडर कर चुका था। उसे यह नहीं पता था कि कुमार और प्रसाद को पुलिस पकड़ चुकी है। तय योजना के तहत कर्नाटक पुलिस ने उसे दोबारा बुलाया और अरेस्ट कर लिया था। बता दें कि आरोपी संपत कुमार की 2020 में सुल्लिया में हत्या हो चुकी है। जयन और प्रसाद को कोर्ट 19 अक्टूबर को आजीवन कारावास की सजा सुना चुकी है।
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