कोलकाता रेप मर्डर केस का एक आरोपी और! कौन है अनूप दत्ता? संजय रॉय, संदीप घोष से खास कनेक्शन

Anup Dutta Sanjay Roy Connection: कोलकाता रेप मर्डर केस का एक और संदिग्ध आरोपी हाथ लगा है, अनूप दत्ता जिसका पॉलीग्राफ टेस्ट होगा। वह दौड़ते हुए CBI दफ्तर आया था और उसने अपने बयान दर्ज कराए। केस में उसकी अहम भूमिका मानी जा रही है।

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Anup Dutta

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Kolkata Rape Murder Case Anup Dutta Connection: कोलकाता आरजी कर अस्पताल में हुए रेप हत्याकांड का क्या एक आरोपी और है? CBI अब कोलकाता पुलिस विभाग के ASI अनूप दत्ता का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने जा रही है। कोर्ट से टेस्ट कराने की परमिशन मिल गई है। CBI सूत्रों के अनुसार, अनूप दत्ता आरोपी इसलिए माना जा रहा है, क्योंकि उस पर वारदात करने के बाद संजय रॉय की मदद करने का आरोप है। संजय ने पॉलीग्राफ टेस्ट में कबूला है कि वह वारदात वाली रात आरजी अस्पताल से निकलकर अपने पुलिस अधिकारी दोस्त के घर गया था।

CBI यह जानना चाहती है कि क्या अनूप दत्ता वही शख्स है, जिसके घर डॉक्टर का रेप और मर्डर करने के बाद संजय रॉय गया था और वहीं आराम करने वाला था। क्या उसने संजय को छिपने में मदद करने की कोशिश की थी, लेकिन उसका कांड पता लगने के बाद वह डर गया और CBI दफ्तर पहुंचा। अनूप के घर से ही संजय को दबोचा गया है। अनूप सुर्खियों में इसलिए आया, क्योंकि वह दौड़ते हुए CBI दफ्तर पहुंचा था और उसका वीडियो भी वायरल हुआ था। उसने CBI को अपने बयान दर्ज कराए हैं और अब वह क्या सच उगलता है, यह देखते हैं।

ASI अनूप दत्ता कौन?

अनूप दत्ता को अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष का करीबी भी कहा जा रहा है। सोशल मीडिया पर अनूप की संजय रॉय और संदीप घोष के साथ तस्वीरें भी सामने आई हैं। अनूप भी उसकी पुलिस कल्याण समिति का सदस्य है, जिसका मेंबर संजय रॉय भी था। दोनों की जिम्मेदारी अस्पतालों में किसी कारण से भर्ती पुलिस वालों से मिलकर उनकी मदद करने की थी। आरोप है कि संजय रॉय को पुलिस क्वार्टर, पुलिस की बाइक और पुलिस विभाग ने नौकरी तक पहुंचाने में अनूप ने ही मदद की थी, जबकि संजय रॉय को नियमों के अनुसार नागरिक स्वयंसेवक के रूप में ऐसा कोई भत्ता नहीं मिल सकता।

सूत्रों के अनुसार, बड़ा सवाल यह भी है कि क्या अनूप की मदद से ही संजय रॉय इतनी रात को अस्पताल में घुस पाया? सेमिनार हॉल तक पहुंचा और जबकि अस्पताल के वार्ड में किसी भी बाहरी व्यक्ति को ऐसे ही एंट्री नहीं मिल जाती। अगर एंट्री दी जाती है तो पहले उसकी पहचान पूछी जाती है। संजय रॉय क्या किसी को नजर नहीं आया? किसी ने उसे अंदर जाने से रोका नहीं? और फिर वारदात करने के बाद वह आसानी से अस्पताल से निकल भी जाता है। कहीं इस पूरे मामले में अनूप दत्ता की अहम भूमिका तो नहीं? यह सब जानने के लिए ही CBI अब अनूप दत्ता का पॉलीग्राफ टेस्ट करा रही है।

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