Live Ravinder Raina Nowshera Vidhansabha Seat Result: रवींद्र रैना को पछाड़ते हुए सुरेंद्र कुमार चौधरी ने दर्ज की जीत
Ravinder Raina Nowshera Vidhansabha Seat Result Live Updates: जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव की 90 सीटों में नौशेरा का नाम हॉट सीटों की लिस्ट में शुमार है। कश्मीर के राजौरी जिले में स्थित यह सीट अक्सर गलत वजहों से चर्चा में रही है। आतंकी हमलों से लेकर सेना के सर्च ऑपरेशन राजौरी में अक्सर देखने को मिलते हैं। मगर आज जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर नौशेरा पर सबकी नजरें टिकी थीं। रवींद्र रैना को सुरेंद्र कुमार चौधरी ने हरा दिया है।
रवींद्र रैना दोहराएंगे जीत?
जम्मू कश्मीर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र रैना यहां से चुनावी मैदान में हैं। रवींद्र रैना को चुनौती देने के लिए पीडीपी ने हक नवाज, NCP ने सुरिंदर चौधरी और बसपा ने मनोहर सिंह को टिकट दिया है। वहीं शिव देव शर्मा भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में हैं। हालांकि इस सीट पर जीत हासिल करने के लिए बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। गृह मंत्री अमित शाह ने भी रवींद्र को जिताने के लिए नौशेरा में चुनावी रैली की थी।
कभी कांग्रेस का गढ़ थी यह सीट
नौशेरा विधानसभा सीट की बात करें तो कभी इसे कांग्रेस का गढ़ कहा जाता था। हालांकि 2008 में यह सीट नेशनल कॉन्फ्रेंस के खाते में चली गई। NCP नेता राधे श्याम शर्मा ने यहां से जीत दर्ज की थी। मगर 2014 में रवींद्र रैना ने पहली बार नौशेरा से चुनाव लड़ा और PDP उम्मीदवार सुरिंदर चौधरी को 9,503 वोटों से हरा दिया था।
सबसे गरीब उम्मीदवार
बता दें कि जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 में रवींद्र रैना सबसे गरीब प्रत्याशी भी हैं। जी हां, चुनावी हलफनामें में उन्होंने बताया था कि उनके पास 20,000 रुपये कैश और बैंक अकाउंट में 1,000 रुपये जमा हैं। इसके अलावा वो सरकारी आवास में रहते हैं। उनके पास खुद का घर और गाड़ी भी नहीं है।
पूर्व पीएम के कहने पर ज्वॉइन की बीजेपी
घाटी के पहाड़ी ब्राह्मण परिवार से ताल्लुक रखने वाले रवींद्र रैना मर्चेंट नेवी में अफसर थे। मगर बाद में उन्होंने नौकरी छोड़ दी और मानव अधिकार एक्टिविस्ट बन गए। इसी बीच पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने उन्हें बीजेपी में शामिल होने की सलाह दी और वो बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बन गए।
माता वैष्णों देवी के नाम पर ली शपथ
रवींद्र रैना एक बार तब विवादों में आ गए थे, जब पहला चुनाव जीतने के बाद उन्होंने माता वैष्णों देवी का नाम लेकर शपथ ग्रहण की थी। 2014 में रवींद्र रैना नौशेरा से जीतकर विधानसभा पहुंचे। ऐसे में शपथ ग्रहण समारोह के दौरान उन्हें माता वैष्णों देवी के नाम की शपथ ले ली। हालांकि अन्य विधायकों के विरोध जताने पर उन्होंने नियम के अनुसार शपथ ग्रहण की थी।