गुजरात में BJP कैंडिडेट ने हाथ जोड़कर कहा SORRY, फिर भी नहीं मिली माफी; क्या राजकोट में होगा 'खेल'?
Gujarat BJP Candidate Parshottam Rupala Apology: लोकसभा चुनाव 2024 की सरगर्मियों के बीच गुजरात में भाजपा को किरकिरी करानी पड़ रही है। दरअसल राजकोट लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार पुरुषोत्तम रूपाला ने क्षत्रिय समाज को लेकर एक विवादित बयान दिया था, जिस पर काफी बवाल हुआ। मामला बिगड़ने पर रूपाला ने क्षत्रिय समाज के कार्यक्रम में हाथ जोड़कर माफी मांगी है।
उन्होंने क्षत्रिय समाज के लोगों को संबोधित करते हुए हाथ जोड़कर बयान देने के लिए सॉरी कहा, लेकिन उनकी माफी स्वीकार नहीं हुई है, बल्कि क्षत्रिय समाज के लोगों ने चेतावनी देते हुए लोकसभा चुनाव मतदान में पुरुषोत्तम को सबक सिखाने की बात कही है। लोगों का कहना है कि या तो भाजपा उम्मीदवार बदले या फिर अंजाम भुगते, क्योंकि इस तरह की बयानबाजी कतई स्वीकार नहीं की जाएगी।
माफी मांगते हुए क्या बोले पुरुषोत्तम रूपाला?
क्षत्रिय समाज के कार्यक्रम में हाथ जोड़कर माफी मांगते हुए पुरुषोत्तम रूपाला ने कहा कि मुझे इस बात का बहुत दुख है कि मेरी जुबान से ऐसी बात निकली। मेरी पूरी जिंदगी का यह रिकॉर्ड है कि मैंने आज तक कभी ऐसा कोई बयान नहीं दिया, जो मुझे वापस लेना पड़े, लेकिन अब यह एक कार्यक्रम में हुआ है।
हम तो कर्षणदास के भजन के लिए वहां गए थे, लेकिन वहां मेरे एक उच्चारण के कारण मेरी पार्टी को सुनना पड़ा, इसका मुझे बहुत दुख है। इसलिए अपनी खातिर नहीं, लेकिन अपनी पार्टी की खातिर क्षत्रिय समाज के कार्यक्रम में अग्रणियों के बीच आया हूं। मेरे कारण पार्टी को सुनना पड़ा, इसलिए दोनों हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं। भविष्य में क्षत्रिय समाज के खिलाफ इस तरह के बोल मुंह से नहीं निकलेंगे।
क्या विवादित बयान दिया था पुरुषोत्तम रूपाला ने?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गत 22 मार्च को राजकोट में एक जनसभा को पुरुषोत्तम रूपाला ने संबोधित किया था। अपने संबोधन में रूपाला ने कहा था कि तत्कालीन राजा-महाराजाओं ने अंग्रेजों के सामने घुटने टेक दिए थे। उनके बीच रोटी-बेटी का गहरा संबंध था। इस बयान को सुनकर क्षत्रिय समाज के लोग भड़क गए। उन्होंने पुरुषोत्तम का पुतला फूंका और भाजपा से उम्मीदवार को बदलने की मांग की।
विवाद बढ़ने पर पुरुषोत्तम रूपाला माफी मांगने के लिए आए, लेकिन क्षत्रिय समाज के लोगों ने उनकी माफी स्वीकार नहीं की। क्षत्रिय समिति के सदस्यों का कहना है कि उनके लोग रूपाला की माफी स्वीकार नहीं करेंगे, क्योंकि उन्होंने दिल से माफी नहीं मांगी है। वे पार्टी की साख बचाने के लिए माफी मांगने आए हैं। बेहतर होगा कि भाजपा अपना उम्मीदवार बदले, नहीं तो चुनाव मतदान में इस बयानबाजी का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।