महाराष्ट्र में NDA को लग सकता है झटका, मंत्रालय ना मिलने से नाराज अजीत पवार का बड़ा बयान
Maharashtra Political News: (इंद्रजीत सिंह, मुंबई) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीसरी बार देश में सरकार बनने के साथ ही एनडीए में दरार की खबरें भी सामने आने लगी हैं। एनडीए के सहयोगी दल एनसीपी (NCP) अजीत पवार गुट से कोई भी सरकार में शामिल नहीं हुआ। एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने केंद्र में स्वतंत्र प्रभार मंत्री पद का ऑफर ठुकरा दिया। जिसके बाद से महाराष्ट्र की सियासत काफी सुर्खियों में है।
अजीत पवार ने दिया बयान
एनसीपी अध्यक्ष अजीत पवार ने कहा है कि हम कुछ दिन रुकने के लिए तैयार हैं,क्योंकि हमे कैबिनेट मंत्री से नीचे का पद मंजूर नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि हमारी बात राजनाथ सिंह, अमित शाह और जेपी नड्डा जी से हो चुकी है। मैंने उनसे अनुरोध किया था कि हमारे दो सांसद हैं, एक लोकसभा में और एक राज्यसभा में। दो-तीन महीने बाद राज्यसभा में हमारे कुल तीन सांसद होंगे इसलिए हमें मंत्री पद मिलना चाहिए।
प्रफुल पटेल ने ठुकराया ऑफर
एनसीपी के वरिष्ठ नेता प्रफुल पटेल को शपथ ग्रहण के लिए फोन जरूर आया था लेकिन पटेल का कहना है कि मैं पहले ही कैबिनेट मंत्री रह चुका हूं। ऐसे में स्वतंत्र प्रभार मंत्री का पद स्वीकार कैसे करूं? यह मेरा डिमोशन होगा। इस बीच खबर है कि एनसीपी के एक मात्र जीतने वाले सांसद सुनील तटकरे भी मंत्री बनना चाहते हैं। तो सवाल यह है कि अजीत पवार प्रफुल पटेल को ही क्यों मंत्री बनाना चाहते हैं? इसको लेकर विपक्ष भी हमलावर है। एनसीपी शरद पवार गुट के नेता रोहित पवार ने कहा है कि इस गठबंधन का पूरा फायदा प्रफुल पटेल को हो रहा है, जिस तरह के ईडी के आरोप अजीत पवार, सुनील तटकरे और एनसीपी के अन्य नेताओं पर है। उसी तरह का आरोप प्रफुल पटेल पर भी है कि उनकी जब्त प्रापर्टी पहले ही उनको मिल चुका है और अब मंत्री पद भी उन्हें ऑफर किया जा रहा है।
महाराष्ट्र में होंगे विधानसभा चुनाव
सरकार के सामने मुश्किल है कि महाराष्ट्र में अगले कुछ महीनों में विधानसभा के चुनाव होने हैं। अगर एनसीपी को कैबिनेट मंत्री पद दिया जाता है, तो एकनाथ शिंदे की शिवसेना भी नाराज होगी। लोकसभा चुनाव में शिवसेना के 7 सांसद जीते हैं और एक ही सांसद प्रताप राव जाधव को स्वतंत्र प्रभार मंत्री बनाया गया है। इस बीच बैठकों का दौर जारी है। एकनाथ शिंदे ने वर्षा बंगले पर शाम को विधायकों और सांसदों की अलग अलग बैठक बुलाई है। तो वहीं एनसीपी की स्थापना दिवस के कार्यक्रम में एनसीपी अजीत पवार गुट के नेताओं ने विधानसभा चुनाव में 80 सीट की मांग कर दी है। पूरे घटनाक्रम को देखें तो आने वाला विधानसभा चुनाव महाराष्ट्र में एनडीए के लिए आसान नहीं होगा ।