केमिस्ट्री लैब में इंजीनियरिंग के 7 छात्रों ने बना ली ड्रग्स, कीमत 1000 रुपये प्रति ग्राम
Engineering graduates manufacturing methamphetamine: दिवाली और नए साल पर इंजीनियर के सात छात्र नशीला पदार्थ बनाकर मोटी कमाई करने की फिराक में थे। यह छात्र केमिस्ट्री लैब और पढ़ाई की आड़ में ड्रग्स बना रहे थे। चेन्नई पुलिस ने सातों को गिरफ्तार कर उनके गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस के अनुसार आरोपी Kodungaiyur के दो मंजिला मकान में अपनी लैब चला रहे थे। उन्हें लैब में रंगे हाथों ड्रग्स बनाते हुए पकड़ा गया।
छात्रों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि उन्होंने ऑन लाइन अलग-अलग कैमिकल मंगवाए थे। इसके बाद उन्होंने यूट्यूब से नशीला पदार्थ (methamphetamine) बनाना सीखा, जिसकी बाजार में कीमत 1000 रुपये प्रति ग्राम है। पुलिस के अनुसार सभी साइंस ग्रेजुएट हैं।
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पुलिस को मिली थी गुप्त सूचना
पुलिस ने लैब से नशीला पदार्थ में यूज होने वाला सोडियम हाइड्रॉक्साइड, नेफ़थॉल, एसीटोन, सोडियम कार्बोनेट, सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट, एनिलिन, हाइड्रोक्लोरिक एसिड, सोडियम नाइट्रेट, सोडियम नाइट्रोप्रासाइड, मिथाइल, सिल्वर नाइट्रेट, चश्मे, मास्क और अन्य सामान मिला है। पुलिस के अनुसार शहर में नशीला पदार्थ बनाने की फैक्ट्री का पता चला था। गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर सात लोगों को पकड़ा गया है।
परिजनों को नहीं पता था लैब में क्या करते हैं बच्चे?
पुलिस के अनुसार सातों छात्र पढ़ने में टॉपर हैं, उन्होंने दिवाली और नए साल पर जल्दी और मोटी कमाई करने के लालच में यह लैब सेटअप की थी। पुलिस सभी आरोपियों के पुराने आपराधिक रिकॉर्ड खंगाल रही है। उनके परिजनों के बयान लिए जा रहे हैं। उन्होंने अब तक किसे नशीला पदार्थ बेचा, उनसे कौन-कौन लोग संपर्क में थे इस बात का पता लगाने के लिए उनके मोबाइल रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं।
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