'चीन या पाकिस्तान से नहीं है हुर्रियत', महबूबा मुफ्ती ने क्यों किया वाजपेयी-आडवाणी का जिक्र?
Jammu Kashmir Assembly Election 2024 : जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों ने प्रचार प्रसार तेज कर दिया। इसे लेकर दलों की ओर से उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया जा रहा है। इस बीच कश्मीर के अलगाववादी हुर्रियत नेता सैयद सलीम गिलानी ने रविवार को पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) का दामन थाम लिया। इसके बाद पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने हर्रियत को लेकर बड़ा बयान दिया।
हुर्रियत नेताओं से बातचीत का महबूबा मुफ्ती ने किया समर्थन
हुर्रियत नेताओं से बातचीत पर जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने श्रीनगर में कहा कि पीडीपी का एजेंडा सुलह और बातचीत है। हुर्रियत चीन या पाकिस्तान से नहीं है। अटल बिहारी वाजपेयी जब प्रधानमंत्री थे, तब लालकृष्ण आडवाणी ने उनसे बात की थी। वे अछूत नहीं हैं। उनका एजेंडा सिर्फ कश्मीर के मुद्दे को सुलझाना है।
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कश्मीर मुद्दे पर क्या बोलीं पूर्व सीएम
उन्होंने कहा कि सिर्फ बातचीत और सुलह से कश्मीर मुद्दे का समाधान निकाला जा सकता है। वह संविधान के भीतर से समाधान निकालना चाहती हैं और अगर हुर्रियत भी इस प्रक्रिया का हिस्सा बनना चाहता है तो इसकी सराहना की जाएगी। महबूबा मुफ्ती ने आगे कहा कि पीडीपी सिर्फ कुर्सी के लिए चुनाव नहीं लड़ती है। उनकी पार्टी जम्मू-कश्मीर के समाधान के लिए लड़ती है, सिर्फ सत्ता के लिए नहीं।
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जानें जम्मू कश्मीर में पार्टियों की क्या है स्थिति?
आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर चुनाव में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के बीच गठबंधन हो गया है। दोनों पार्टियों के बीच सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय हो गया। पीडीपी की नजर ऑल पार्टीज हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के वोट बैंक पर है, क्योंकि यह पार्टी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ रही है। वहीं, भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर जम्मू कश्मीर में कई नेता नाराज हैं।