मंत्रालय तय करते हैं मंत्रियों की हैसियत! कौन सा विभाग होता है सबसे ताकतवर?
Most Powerful Ministry : 4 जून को लोकसभा चुनाव का परिणाम सामने आ गया था। इसके बाद रविवार को नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ले ली थी। उनके साथ 71 सांसदों ने बी शपथ ली थी जिन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल का हिस्सा बनाया गया है। सोमवार को कैबिनेट की पहली बैठक हुई और इसके साथ ही मंत्रालयों का बंटवारा भी कर दिया गया। इस बार की कैबिनेट में नरेंद्र मोदी के अलावा 71 मंत्री हैं। इनमें से 30 कैबिनेट मंत्री हैं, 5 राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार हैं और 36 राज्य मंत्री हैं। लेकिन, क्या आपको पता है कि प्रधानमंत्री के बाद कौन सा मंत्रालय सबसे ज्यादा ताकतवर माना जाता है? जानिए इस रिपोर्ट में।
पिछली बार की तरह इस बार भी गृह मंत्रालय अमित शाह, रक्षा मंत्रालय राजनाथ सिंह, वित्त मंत्रालय निर्मला सीतारमण और सड़क परिवहन मंत्रालय नितिन गडकरी को मिला है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर की पहली बार कैबिनेट में एंट्री हुई है। चौहान को कृषि के अलावा पंचायती राज मंत्रालय और खट्टर को ऊर्जा के साथ शहरी विकास मंत्रालय दिया गया है। वहीं, जदएस के एचडी कुमारस्वामी को भारी उद्योग मंत्रालय और इस्पात मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली है।अन्नपूर्णा देवी को महिला एवं बाल विकास मंत्री बनाया गया है। पूरी लिस्ट यहां पर देखिए।
कौन सा मंत्रालय सबसे शक्तिशाली?
प्रधानमंत्री कार्यालय के बाद देश में सबसे ताकतवर विभाग गृह मंत्रालय को माना जाता है। यह मंत्रालय मुख्य रूप से देश की आंतरिक सुरक्षा और घरेलू नीतियों के लिए जिम्मेदार रहता है। गृह मंत्रालय पर बिना राज्यों के संवैधानिक अधिकार क्षेत्र में दखल दिए सुरक्षा, शांति और सौहार्द्र बनाए रखने की जिम्मेदारी भी होती है। बता दें कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए भी गृह मंत्रालय के तहत आती है। देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल थे। इस समय यह मंत्रालय अमित शाह के पास है। पिछली सरकार में भी यह विभाग शाह के पास था। उनसे पहले साल 2014 से 2019 तक राजनाथ सिंह गृह मंत्रालय संभाल रहे थे।
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