NEET मामले में एक और एक्शन, AIIMS प्रशासन ने चारों आरोपियों को सस्पेंड किया
Neet UG Paper Leak Case: नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई का एक्शन जारी है। सीबीआई ने अब रांची में रेड कर बिहार के आरा की रहने वाली छात्रा को अरेस्ट किया है। बताया जा रहा है कि इस छात्रा ने रिम्स में पिछले वर्ष एमबीबीएस फर्स्ट ईयर में एडमिशन लिया था। इस छात्रा ने ऑल इंडिया लेवल पर पिछले साल 56वीं रैंक हासिल की थी। जिसके बाद रिम्स में दाखिला लिया था। नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई ने पटना एम्स के चार विद्यार्थियों को हिरासत में लिया था। जिसके बाद में चारों से इस छात्रा का कनेक्शन मिला। जिसके बाद सीबीआई की टीम में रिम्स रांची से इसे अरेस्ट किया। छात्रा का नाम सुरभि कुमारी है। वहीं, सॉल्वर बनने वाले सभी 4 स्टूडेंट्स को AIIMS प्रशासन ने सस्पेंड कर दिया है। ये फैसला एम्स प्रशासनिक कमेटी की बैठक में लिया गया। वहीं, एम्स पटना ने सीबीआई से कुछ दस्तावेजों की डिमांड भी की है।
मामला सामने आने के बाद रिम्स ने छात्रा को कॉलेज से निलंबित कर दिया है। रिम्स निदेशक ने सीबीआई की कार्रवाई के तुरंत बाद एक्शन लिया है। निदेशक ने बताया कि अगर छात्रा पर आरोप सिद्ध हुए तो उसका निष्कासन कर दिया जाएगा। छात्रा को सीबीआई हॉस्टल से लेकर गई थी। जिसके बाद उससे लगभग 8 घंटे से भी अधिक समय तक पूछताछ की गई।
यह भी पढ़ें:Ganga Expressway क्या है? महाकुंभ से पहले योगी सरकार देगी यूपी को ये खास सौगात
रिम्स प्रबंधन ने कहा कि छात्रा को गुरुवार को सीबीआई अपने साथ ले गई थी। शाम को उसके हिरासत में लिए जाने की सूचना मिली। जिसके बाद सुरभि कुमारी को मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया। यहां उसकी पूरी जांच नहीं हो सकी। कोविड जांच बाकी रही। सिविल सर्जन की ओर से भी इसको लेकर पुष्टि की गई है। कॉलेज में स्टूडेंट्स के बीच भी तरह-तरह की चर्चाएं देखने को मिल रही हैं। किसी को विश्वास नहीं हो रहा है कि सुरभि के लिंक नीट पेपर लीक मामले से कनेक्ट हैं।
इन लोगों को भी किया गया है अरेस्ट
कुछ छात्राओं के अनुसार सभी सुरभि को निर्दोष मानकर चल रहे हैं कि वह कैसे ऐसे अपने करियर के प्रति खिलवाड़ कर सकती है? सुरभि के बारे में अभी सीबीआई जांच कर रही है। वहीं, पटना से सीबीआई ने 4 लोगों धनबाद के राहुल आनंद, अररिया के करण जैन, पटना के कुमार सानू और सिवान के चंदन सिंह को गिरफ्तार किया था। ये सभी अभी एम्स में एमबीबीएस के स्टूडेंट हैं। बताया जा रहा है कि इनको पंकज नाम के आरोपी ने पैसे दिए थे।
एम्स पटना के हेड जीके पाल और डीन प्रेम कुमार ने बताया कि मामला गंभीर है। दूसरे छात्रों को भी जागरूक किया जाएगा कि वे गलत रास्ते का उपयोग दाखिले के लिए न करें। परीक्षा की तैयारी करें और सफलता हासिल करें। किसी को भी पेपर लेने के एवज में पैसा न दें। अपराध का रास्ता किसी भी लिहाज से सही नहीं है।