क्या आपके पास भी आई पाकिस्तानी नंबर से व्हाट्सऐप कॉल? सरकार ने बताया कहां करें शिकायत
Threatening WhatsApp Calls From Pakistan : संचार मंत्रालय के तहत आने वाले टेलीकम्युनिकेशन विभाग (DoT) ने हाल ही में एक एडवायजरी जारी की थी। इसमें कुछ पाकिस्तान के नंबरों से आने वाली कॉल्स को लेकर चेतावनी दी गई थी। इन नंबरों से कॉल करने वाले लोग खुद को DoT से बताते हैं और लोगों को यह कहते हुए धमकी देते हैं कि उनका मोबाइल नंबर डिस्कनेक्ट कर दिया जाएगा क्योंकि उसका अवैध गतिविधियों में इस्तेमाल किया जा रहा है।
विभाग ने विदेशी नंबरों से आने वाली व्हाट्सऐप कॉल्स को लेकर भी एडवायजरी जारी की है। इन फोन नंबरों की शुरुआत 92 से होती है जो कि पाकिस्तान का कोड है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी मोबाइल यूजर्स से कहा है कि अगर आपके पास इस कोड या किसी अन्य अंतरराष्ट्रीय कोड्स के साथ शुरू होने वाले नंबरों से कॉल आती है तो उसे नजरअंदाज करें। सरकार ने यह भी बताया है कि अगर किसी के पास ऐसी कॉल्स आती हैं तो इसकी शिकायत कहां करवा सकते हैं।
साइबर क्रिमिनल्स चुरा सकते हैं डाटा
टेलीकॉम मंत्रालय ने मोबाइल यूजर्स को चेतावनी दी है कि ऐसी कॉल्स के जरिए साइबर क्रिमिनल्स अपराधों को अंजाम देने के लिए निजी डाटा चुरा सकते हैं। इसने लोगों को सतर्क रहने और ऐसी कॉल आने पर किसी तरह की कोई जानकारी साझा न करने के लिए कहा है। यानी कि अगर आपके पास ऐसी कोई कॉल आए और आपसे बैंक संबंधी कोई जानकारी या ओटीपी आदि मांगी जाए तो उसे कतई शेयर न करें। कोशिश करें कि ऐसी कॉल आए तो रिसीव ही न करें।
कहां और कैसे करें इसकी शिकायत?
DoT ने नागरिकों को सलाह दी है कि इस तरह के मामलों की शिकायत संचार साथी पोर्टल (www.sancharsaathi.gov.in) के 'चक्षु-रिपोर्ट सस्पेक्टेड फ्रॉड कम्युनिकेशन' प्लेटफॉर्म पर करें। टेलीकम्युनिकेशन डिपार्टमेंट का कहना है कि अगर समय रहते इस तरह के मामलों की रिपोर्टिंग कर दी जाती है तो साइबर क्राइम, फाइनेंशियल फ्रॉड के लिए टेलीकॉम संसाधनों के दुरुपयोग पर रोक लगाने में और ऐसा करने वाले अपराधियों से निपटने में महत्वपूर्ण मदद मिलती है।
चेक करें आपके नाम पर कितने नंबर
इसके अलावा नागरिक अपने नाम पर चल रहे मोबाइल कनेक्शन की जांच भी कर सकते हैं। इसके लिए संचार साथी पोर्टल की नो योर मोबाइल कनेक्शन सेवा का इस्तेमाल किया जा सकता है। मंत्रालय ने कहा है कि अगर किसी नागरिक को पता चलता है कि उसके नाम से कोई ऐसा मोबाइल कनेक्शन चल रहा है जो उसके पास नहीं है या उसने नहीं लिया है तो तुरंत इसकी रिपोर्ट करें। फ्रॉड की स्थिति में साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 या वेबसाइट पर संपर्क कर सकते हैं।
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