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PM Modi-Emir of Qatar Bilateral Talks: दोनों देशों के बीच दोगुना होगा व्यापार, बैठक में बनी सहमति

PM Modi and Emir of Qatar Meeting: पीएम मोदी और कतर के अमीर शेख तमीम ने हैदराबाद हाउस में मुलाकात की। इस दौरान व्यापार, टेक्नोलॉजी और निवेश से संबंधित समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इस दौरान कई केंद्रीय मंत्री भी मौजूद रहे।
05:49 PM Feb 18, 2025 IST | News24 हिंदी
pm modi emir of qatar bilateral talks  दोनों देशों के बीच दोगुना होगा व्यापार  बैठक में बनी सहमति
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली के हैदराबाद हाउस में कतर के अमीर तमीम बिन हमद अल थानी से मुलाकात की।

PM Modi and Emir of Qatar Bilateral Talks: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को नई दिल्ली के हैदराबाद हाउस में कतर के अमीर तमीम बिन हमद अल थानी से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। पीएम मोदी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण निर्मला और कई वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बातचीत का नेतृत्व किया। कतर के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व अमीर तमीम बिन हमद अल थानी ने किया। कतर के अमीर 17 फरवरी को दो दिवसीय यात्रा पर भारत पहुंचे हैं। यह उनकी मार्च 2015 के बाद भारत की दूसरी यात्रा है और वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर भारत आए हैं।

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कई समझौते पर हुए हस्ताक्षर

कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी के साथ हैदराबाद हाउस में बातचीत के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण, मनसुख मंडाविया और पीके मिश्रा मौजूद रहे। इस दौरान दोनों देशों के बीच व्यापार, ऊर्जा, निवेश, इनोवेशन,टेक्नोलॉजी, खाद्य सुरक्षा, संस्कृति और लोगों से लोगों के संबंधों पर ध्यान केंद्रित करते हुए भारत-कतर संबंधों को रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाने का फैसला किया गया। उन्होंने आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। दोनों देशों ने दोहरे कराधान यानी डबल टैक्सेशन से बचाव और टैक्सों के संबंध में वित्तीय चोरी की रोकथाम के लिए एक संशोधित समझौते पर भी हस्ताक्षर किए। तमीम बिन हमद अल थानी की इस यात्रा का उद्देश्य भारत और कतर के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना है।

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दोनों देशों के बीच व्यापार का लक्ष्य दोगुना करने पर सहमति

सीपीवी एवं ओआईए सचिव अरुण कुमार चटर्जी ने कहा, 'रिश्ते को रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक ले जाने के लिए भारत और कतर ने आज इस संबंध में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। आज दोनों नेताओं के बीच चर्चा के प्रमुख विषयों में व्यापार, निवेश और ऊर्जा शामिल रहे। आज भारत और कतर के बीच व्यापार लगभग 14 अरब डॉलर प्रति वर्ष है। दोनों देशों ने अगले 5 वर्षों में इसे दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित करने पर सहमति जताई है। कतर भारत में निवेश के लिए भी एक महत्वपूर्ण भागीदार है। कतर सॉवरेन वेल्थ फंड (Sovereign Wealth Fund), कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी के पास वर्तमान में भारत में लगभग 1.5 अरब डॉलर का एफडीआई है। दोनों नेताओं ने आज कई ऐसे क्षेत्रों की पहचान की जिसमें कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी भारत में निवेश बढ़ा सकता है। प्रधानमंत्री ने इस यात्रा पर व्यापार के लिए कतर के शीर्ष व्यवसायियों की बड़ी संख्या में भागीदारी के लिए कतर के अमीर की सराहना की। भारत और कतर के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रियों की सह-अध्यक्षता में आज संयुक्त व्यापार मंच का आयोजन किया गया। जिसमें दोनों देशों के शीर्ष उद्योगपतियों, कंपनियों और संस्थानों ने बहुत ही प्रोडक्टिव बातचीत की।'

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राष्ट्रपति भवन में भव्य स्वागत

इससे पहले कतर के अमीर तमीम बिन हमाद अल थानी का मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान कतर के अमीर को राष्ट्रपति भवन में गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। अमीर अल थानी का राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम मोदी ने स्वागत किया। कतर के अमीर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ भी बैठक करेंगे। राष्ट्रपति भवन में कतर के अमीर के सम्मान में भोज का भी आयोजन किया जाएगा। बता दें कि साल 2024 के अंत में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी कतर का दौरा किया था। यहां उन्होंने कतर के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी से मुलाकात की थी। यह एक साल में उनकी चौथी कतर यात्रा थी।

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पीएम मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर किया स्वागत

पीएम मोदी ने सोमवार को प्रोटोकॉल तोड़कर खुद कतर के अमीर का स्वागत करने इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचे थे। इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद थे। उन्होंने कतर के अमीर को अपना भाई बताया और भारत में उनके सफल प्रवास की कामना की। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने के बाद कतर के अमीर से मुलाकात की थी। बता दें कि भारत और कतर के बीच मित्रता, विश्वास और आपसी सम्मान के ऐतिहासिक संबंध हैं। विदेश मंत्रालय के अनुसार, हाल के वर्षों में व्यापार, निवेश, ऊर्जा, टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच संबंध लगातार मजबूत हुए हैं। कतर में रहने वाला भारतीय समुदाय कतर का सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय है और कतर की प्रगति और विकास में इसके सकारात्मक योगदान के लिए इसकी सराहना की जाती है।

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