चीन और डोनाल्ड ट्रंप पर क्या बोले PM Modi? पॉडकास्ट में खोले मन के राज
PM Modi Podcast With Lex Fridman : अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन से बातचीत करते हुए पीएम मोदी ने कई विषयों पर विस्तार से अपनी बात रखी। उन्होंने अपने बचपन के दिनों को याद किया, हिमालय में एक साधु से मिलने का जिक्र किया, अपने फैसलों पर महात्मा गांधी के विचारों के प्रभाव, मृत्यु के भय सहित कई अन्य मुद्दों पर चर्चा की। इसके साथ ही पीएम मोदी ने चीन और डोनाल्ड ट्रंप पर भी अपने विचार साझा किए।
चीन पर क्या बोले पीएम मोदी?
पीएम मोदी ने कहा कि भारत और चीन का संबंध कोई आज का नहीं है। दोनों प्राचीन संस्कृतियां और सभ्यताएं हैं, जिनकी आधुनिक विश्व में भी महत्वपूर्ण भूमिका है। यदि पुराने रिकॉर्ड देखें, तो सदियों तक चीन और भारत एक-दूसरे से सीखते रहे हैं और मिलकर दुनिया की भलाई के लिए योगदान देते रहे हैं। ऐतिहासिक आंकड़ों के अनुसार, दुनिया के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में भारत और चीन का योगदान 50% से अधिक था। इतने सशक्त और गहरे सांस्कृतिक संबंधों के बावजूद, बीते समय में दोनों देशों के बीच संघर्ष का कोई बड़ा इतिहास नहीं मिलता। हमेशा एक-दूसरे से सीखने और समझने का प्रयास रहा है।
'मतभेद होते हैं लेकिन मतभेद विवाद में ना बदले'
पीएम मोदी ने पॉडकास्ट के दौरान कहा कि हम भविष्य में भी इन संबंधों को ऐसे ही मजबूत बनाए रखना चाहते हैं, क्योंकि यह आवश्यक है। जहां तक मतभेदों की बात है, तो जब दो पड़ोसी देश होते हैं, तो कुछ असहमति होना स्वाभाविक है। यह जरूरी नहीं कि हर बात पर समान विचार हों, ऐसा तो एक परिवार में भी नहीं होता। हमारी कोशिश रहती है कि हमारे मतभेद विवाद में न बदलें, बल्कि संवाद के माध्यम से हल हों। यह सच है कि हमारा सीमा विवाद चलता रहता है। 2020 में सीमा पर जो घटनाएं हुईं, उनके कारण हमारे संबंधों में काफी तनाव आ गया था। लेकिन हाल ही में राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ मेरी मुलाकात के बाद, सीमा पर स्थिति सामान्य हो रही है और हम 2020 से पहले की स्थिति की ओर बढ़ रहे हैं।
डोनाल्ड ट्रम्प की पीएम मोदी ने की तारीफ
पीएम मोदी ने 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम के दौरान डोनाल्ड ट्रंप के विचारशील हावभाव की प्रशंसा की, जहां उन्होंने पूरे भाषण को ध्यान से सुना और सुरक्षा प्रोटोकॉल के बावजूद दर्शकों का अभिवादन करने के लिए स्टेडियम का चक्कर लगाया। उन्होंने ट्रंप के उन पर भरोसे की भी सराहना की। अपने और ट्रंप के बीच अच्छे संबंधों पर बोलते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि ट्रंप का "अमेरिका फर्स्ट" दृष्टिकोण उनके अपने "राष्ट्र प्रथम" और "भारत प्रथम" के दर्शन से मेल खाता है, जिससे दोनों नेताओं के बीच स्वाभाविक तालमेल बना।
पीएम मोदी के फैसले से बचे 3 लाख करोड़ रुपये
प्रमुख शासन सुधारों पर प्रकाश डालते हुए, पीएम मोदी ने बताया कि पदभार संभालने के बाद, सरकार ने कल्याणकारी योजनाओं से 10 करोड़ फर्जी लाभार्थियों की पहचान कर उन्हें हटाया। यह सुनिश्चित किया कि प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT) के माध्यम से सही लोगों तक सहायता पहुंचे, जिससे सरकार को ₹3 लाख करोड़ की बचत हुई। इसके अतिरिक्त, उनके प्रशासन ने शासन को अधिक प्रभावी बनाने के लिए 1,500 अप्रचलित कानूनों और 45,000 से अधिक अनुपालनों को समाप्त कर दिया।