Modi Cabinet 3.0: इन महिला सांसदों का मंत्री बनना तय! देखें लिस्ट से किसका पत्ता कटा?
Women Ministers In Modi Government: देश में आज तीसरी बार लगातार एनडीए की सरकार बनने जा रही है। तीसरी बार नरेंद्र मोदी पीएम पद की शपथ लेंगे। 2014 और 2019 में जब मोदी ने शपथ ली थी, तो बीजेपी पूर्ण बहुमत के साथ आई थी। जादुई नंबर 272 से ज्यादा सांसद पार्टी के जीतकर आए थे। इस बार एनडीए तो बहुमत से पार है, लेकिन बीजेपी की काफी सीटें घटी हैं। जिसके बाद सरकार में सहयोगी दलों का रोल अहम रहेगा। बीजेपी ने इस बार 240 सीटें हासिल की हैं। मोदी सरकार 3.0 में कई महिला मंत्रियों को शामिल किए जाने की भी चर्चा है।
पिछली सरकार में वित्त मंत्री थीं निर्मला सीतारमण
माना जा रहा है कि निर्मला सीतारमण और अनुप्रिया पटेल को फिर से मंत्री बनाया जा सकता है। वहीं, स्मृति ईरानी को हारने के बाद भी मंत्री बनाए जाने की चर्चा थी। लेकिन अब सामने आ रहा है कि उनका पत्ता कट सकता है। सूत्रों के मुताबिक निर्मला सीतारमण को मोदी सरकार में शामिल किया जा सकता है।
निर्मला सीतारमण दूसरी ऐसी वित्त मंत्री हैं, जो मनमोहन सिंह के बाद अपना 5 साल का टर्म पूरा कर चुकी हैं। वे इससे पहले रक्षा मंत्रालय का कामकाज भी संभाल चुकी हैं। माना जा रहा है कि उनका नाम मंत्रियों की लिस्ट में है। इसके बाद नंबर आता है अनुप्रिया पटेल का। जिनको फिर से मंत्री बनाया जा सकता है। वे पिछली सरकार में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री रह चुकी हैं। बेंगलुरु नॉर्थ से जीतकर संसद पहुंचीं शोभा करंदलाजे को भी मंत्री बनाए जाने की चर्चा है। इससे पहले भी वे मंत्री रह चुकी हैं। झारखंड की कोडरमा सीट से जीतकर आईं अन्नपूर्णा देवी को भी मोदी कैबिनेट में शामिल किए जाने की चर्चाएं हैं।
गुजरात और महाराष्ट्र से इन महिलाओं का नाम
महाराष्ट्र के रावेर सीट से बीजेपी सांसद रक्षा खडसे और गुजरात की भावनगर लोकसभा सीट से बीजेपी की टिकट पर जीतकर संसद पहुंचीं निमुबेन बम्भानिया का नाम भी मंत्रियों की सूची में माना जा रहा है। अमेठी से स्मृति ईरानी को पहली बार हार के बाद मंत्री बनाया गया था। लेकिन 2019 में वे अमेठी से जीतीं। जिसके बाद फिर मंत्री बनाया गया। इस बार हारी हैं। माना जा रहा है कि अब उनको मंत्री नहीं बनाया जाएगा। वहीं, फतेहपुर से हार चुकीं केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति भी इस बार मंत्री नहीं बनेंगी। हरसिमरत कौर बादल अब एनडीए में नहीं हैं। इस बार वे जीती भी हैं। लेकिन एनडीए से बाहर होने पर वे भी मंत्री नहीं बन सकेंगी। वहीं, मीनाक्षी लेखी, भारती पंवार का नाम भी लिस्ट में नहीं है।