पूजा खेडकर को कैसे मिला दिव्यांग सर्टिफिकेट? सुलझ कर भी उलझी फर्जीवाड़े की गुत्थी!
Pooja Khedekar Disability Certificate: ट्रेनी IAS पूजा खेडकर पर चल रहा विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। पुलिस जितना इस केस को सुलझाने की कोशिश करती है, ये केस उतना ही उलझता जा रहा है। पूजा खेडकर पर नौकरी पाने के लिए फर्जी दस्तावेज देने के आरोप लगे हैं। वहीं अब उनके दिव्यांग सर्टिफिकेट की भी पोल खुल चुकी है।
पूजा ने लिए दो आरक्षण
सिविल सेवा परीक्षा में बेहतर रैंक हासिल करने के लिए पूजा खेडकर ने ओबीसी आरक्षण और दिव्यांग सर्टिफिकेट की मदद ली थी। हालांकि पूजा दोनों आरक्षण के दायरे में नहीं आती हैं। पूजा के पिता भी रिटायर्ड ऑफिसर रह चुके हैं। इसलिए पूजा ओबीसी आरक्षण लेने की हकदार नहीं है। दूसरी तरफ पूजा ने दिव्यांग सर्टिफिकेट दिखाया है। मगर वो कहीं से दिव्यांग भी नहीं हैं। इसका खुलासा खुद उस अस्पताल ने किया है, जहां से पूजा ने ये सर्टिफिकेट प्राप्त किया।
पूजा की 7 प्रतिशत दिव्यांगता
यशवंतराव छावन मेमोरियल (YCM) अस्पताल ने पूजा को 7 प्रतिशत लोकोमोटर दिव्यांग सर्टिफिकेट दिया था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अस्पताल के फिजियोथैरिपी विभाग का कहना है कि पूजा को कोई दिव्यांगता नहीं है। मगर इसके बावजूद अस्पताल प्रशासन ने पूजा को 7 प्रतिशत दिव्यांगता का सर्टिफिकेट बनाकर दिया था। इस रिपोर्ट के अनुसार पूजा के बाएं घुटने में चोट है। जिसके कारण उन्हें ये सर्टिफिकेट दिया गया है।
2018 में हुआ पूजा का एक्सीडेंट
पुणे के कलेक्टर ऑफिस ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। YCM अस्पताल प्रशासन का कहना है कि 2018 में पूजा ने डॉक्टर्स को बताया था उनका छोटा सा एक्सीडेंट हो गया था, जिससे उनके बाएं घुटने में चोट लगी थी। पूजा के बयान के आधार पर ही अस्पताल प्रशासन ने दिव्यांग सर्टिफिकेट बना दिया। हालांकि अस्पताल के मेडिकल रिकॉर्ड में पूजा के टेस्ट और MRI का कोई जिक्र नहीं है।
गलत पता और फेक राशन कार्ड
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 23 अगस्त 2022 को पूजा अपना सर्टिफिकेट रिन्यू करवाने के लिए अस्पताल गई थीं। इस दौरान पूजा ने अपना गलत पता और फेक राशन कार्ड दिया था। उसी के अगले दिन पूजा को 7 प्रतिशत लोकोमोटर दिव्यांग सर्टिफिकेट दे दिया गया था।
पूजा पर फर्जीवाड़े के आरोप
2023 बैच की ट्रेनी IAS ऑफिसर पूजा खेडकर के खिलाफ दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शिकायत दर्ज की है। UPSC को गलत जानकारी देने के आरोप में पूजा पर जांच चल रही है। केंद्र सरकार ने एक सदस्यीय कमेटी का गठन करके पूजा के डॉक्यूमेंट की पड़ताल करने का आदेश दिया है।
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