सामने आ सकते हैं पंडित नेहरू के निजी दस्तावेज! सोनिया गांधी को लिखी गई चिट्ठी; जानें क्या है मामला?
Prime Minister Museum and Jawaharlal Nehru letters: इतिहास की अनगिनत विरासतें देश के अलग-अलग स्मारकों में सहेजी गई हैं। हालांकि कुछ महीनों पहले एक मामला सामने आया था। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने जवाहरलाल नेहरू के कुछ पत्रों को उपहार के तौर पर बांट दिए थे। इसके बाद सोनिया गांधी ने भी जवाहर लाल नेहरू के कुछ पत्र अपने पास सहेज कर रख लिए। हालांकि इन्हें प्रधानमंत्री संग्रहालय एंव पुस्तकालय (PMML) में होना चाहिए। ऐसे में PMML सोसायटी के सदस्य और मशहूर इतिहासकार रिजवान कादरी ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर जवाहर लाल नेहरू के खत लौटाने की मांग की है। मगर सोनिया गांधी ने अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं लिया है।
9 सितंबर को भेजा ईमेल
रिजवान कादरी ने 9 सितंबर को सोनिया गांधी को पत्र लिखा था। इस पत्र में उन्होंने कहा कि हमारे देश की व्यापक समझ सुनिश्चित करने के लिए ये रिकॉर्ड सभी की पहुंच में होना चाहिए। इसलिए इसे लौटाने का कष्ट करें। इसकी फोटोकॉपी या डिजिटल माध्यम से भी आप यह पत्र हमें दे सकती हैं। मगर सोनिया गांधी ने इस ईमेल का अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है।
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पत्र में क्या है?
बता दें कि सोनिया गांधी के पास मौजूद पत्र में जवाहर लाल नेहरू और जयप्रकाश नारायण, एडविना माउंटबेटन, अल्बर्ट आइंस्टीन, अरुणा आसफ अली, विजय लक्ष्मी पंडित और बाबू जगजीवन राम के बीच हुई बातचीत मौजूद है। हालांकि यह पत्र अभी भी सोनिया गांधी के पास ही हैं।
रिजवान कादरी ने क्या कहा?
कादरी ने सोनिया गांधी को खत लिखते हुए कहा कि PMML के समर्पित सदस्य के रूप में मैं आपको पत्र लिख रहा हूं। मेरी शैक्षिक यात्रा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के इतिहास से जुड़ी है। खासकर गुजरात से जुड़े तथ्यों और अभिलेखों में मेरी गहरी रुचि है। मैंने गांधी जी के लेखन को भी पढ़ा है। दुर्भाग्य से सरदार पटेल ने आजादी से पहले ऐसे कोई रिकॉर्ड नहीं बनाए। मेरी PhD थीसिस महात्मा गांधी, वल्लभभाई पटेल और गुजरात के राजनीतिक इतिहास पर आधारित थी। एक इतिहासकार के रूप में मुझे पटेल के बारे में जानने में काफी दिलचस्पी है।
सोनिया ने नहीं दिया जवाब
कादरी के अनुसार जवाहर लाल नेहरू और उनके पति मोतीलाल नेहरू के लिखे कई पत्र PMML में सुरक्षित हैं। हाल ही में पूछताछ करने पर पता चला कि कुछ रिकॉर्ड आपके ऑफिस में मौजूद हैं। मुझे विश्वास है कि इन अमूल्य दस्तावेजों को वापस लौटा देंगे। कादरी ने पंडित नेहरू के रिकॉर्ड को स्कैन करके भेजने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि मैं अपने 2 साथियों की मदद से इन दस्तावेजों को स्कैन करने का प्रस्ताव देता हूं। रिकॉर्ड को सावधानी के साथ संभाला जाएगा। अगर आप चाहें तो उनकी फोटोकॉपी भी दे सकती हैं। हालांकि कादरी के ईमेल का सोनिया ने कोई जवाब नहीं दिया है।
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