बचपन से जानवरों के प्रति रतन टाटा का गहरा लगाव, तस्वीरें जो बयां करती हैं एक दिलचस्प कहानी
Ratan Tata: रतन टाटा, भारत के सबसे प्रतिष्ठित उद्योगपतियों में से एक, बचपन से ही जानवरों के प्रति गहरा लगाव रखते थे। उनकी दयालुता और संवेदनशीलता केवल मानवता तक ही सीमित नहीं रही, बल्कि वह जनवरों के प्रति भी बेहद प्रेमपूर्ण व्यवहार करते थे खासकर कुत्तों से। उनकी जिंदगी की कई तस्वीरें इस बात की गवाही देती हैं कि वे जानवरों के साथ कितना स्नेह रखते थे। रतन टाटा ने हमेशा जानवरों के कल्याण के लिए काम किया है और कई बार उनके बचाव और देखभाल के लिए विशेष प्रयास भी किए हैं।
बचपन से जानवरों से लगाव
रतन टाटा को बचपन से ही जानवरों, खासकर कुत्तों से बहुत लगाव था। उनके इस लगाव ने उन्हें पूरी जिंदगी जानवरों की देखभाल और उनकी मदद करने की प्रेरणा दी।
सोशल मीडिया पर जानवरों के प्रति प्यार
रतन टाटा अक्सर अपने इंस्टाग्राम पर जानवरों की तस्वीरें और पोस्ट शेयर करते थे। उनकी पोस्ट से साफ झलकता है कि वह जानवरों से कितना प्यार करते हैं। वह हमेशा लोगों को भी प्रेरित करते थे कि वे जानवरों की देखभाल करें, खासकर आवारा जानवरों की मदद करें।
"Tata Trusts स्मॉल एनिमल हॉस्पिटल" का उद्घाटन
जुलाई 2023 में, रतन टाटा ने मुंबई के महालक्ष्मी इलाके में भारत का पहला "टाटा ट्रस्ट्स स्मॉल एनिमल हॉस्पिटल" खोला। यह अस्पताल पालतू और छोटे जानवरों की देखभाल के लिए है, जो उनके जानवरों के प्रति समर्पण को दिखाता है।
आवारा जानवरों की देखभाल
रतन टाटा का प्यार केवल पालतू जानवरों तक सीमित नहीं था, वे आवारा जानवरों की देखभाल भी करते थे। उन्होंने हमेशा लोगों से कहा कि वे भी इन जानवरों के प्रति दयालु रहें और उनकी मदद करें।
जानवरों को गोद लेने की प्रेरणा
रतन टाटा लोगों को पालतू जानवर खरीदने की बजाय उन्हें गोद लेने के लिए प्रेरित करते थे। उनका यह संदेश दिखाता है कि वे सभी जीवों के प्रति कितनी करुणा और प्रेम रखते हैं। यह सभी बातें बताती हैं कि रतन टाटा न केवल एक महान उद्योगपति थे, बल्कि जानवरों के प्रति दयालु और संवेदनशील भी थे।