आतंकी हमला होते ही सबको नींद से जगाया, लेकिन खुद मौत की नींद सो गया Reasi Attack का हीरो
Saurav Gupta Reasi Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के रियासी में 9 जून की रात को हुए आतंकी हमले में 9 लोगों की जान चली गई। मरने वालों में 21 साल का सौरव गुप्ता भी शामिल था। हालांकि सौरव चाहता तो अपनी जान बचा सकता था। मगर बस में अन्य यात्रियों को हमले के बारे में आगाह करते हुए सौरव ने अपनी जान की परवाह नहीं की और गोली उसकी गर्दन से आर-पार हो गई।
पत्नी के साथ वैष्णों देवी गया था सौरव
दिल्ली का रहने वाला सौरव गुप्ता अपनी पत्नी शिवानी गुप्ता के साथ माता वैष्णों देवी के दर्शन करने गया था। शादी के दो साल बाद भी दोनों कपल को कोई बच्चा नहीं हुआ। ऐसे में दोनों कपल माता से बच्चे का वरदान मांगने गए थे। मगर शिवानी को क्या पता था कि उसका पति ही हमेशा के लिए छिन जाएगा।
घर पर किया था वीडियो कॉल
9 जून को वैष्णों देवी के दर्शन करके लौटे सौरव और शिवानी ने शिवखोड़ी जाने का मन बनाया। ऐसे में दोनों कपल बस में सवार होकर शिवखोड़ी के लिए रवाना हो गए। सौरव अपनी पत्नी के साथ ड्राइवर के पीछे वाली सीट पर बैठा था। हमले से कुछ देर पहले ही शिवानी ने अपनी दादी सास के साथ वीडियो कॉल पर बात की थी।
गर्दन में लगी गोली
सौरव के चाचा मनोज गुप्ता के अनुसार हमले के वक्त कई यात्री थककर सो गए थे। मगर सौरव जाग रहा था। आतंकियों ने जैसे ही बस पर हमला किया, ड्राइवर को गोली लग गई। हालांकि बस में सो रहे यात्रियों को सावधान करने के लिए सौरव अपनी सीट से खड़ा हुआ और सभी को आगाह करने लगा। इसी दौरान बस भी बेकाबू हो चुकी थी। मगर सौरव ने सभी यात्रियों को सुरक्षित रखने की पूरी कोशिश की। मगर तभी आतंकियों की बंदूक से निकली एक गोली सौरव की गर्दन से आर-पार हो गई। शिवानी की आंखों के सामने उसके पति ने इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया था।
दिल्ली में हुआ अंतिम संस्कार
इससे पहले शिवानी कुछ कर पाती कि बस खाई में गिर गई। इस हादसे में शिवानी के पैर और चेहरे पर कई फ्रैक्चर आ गए। शिवानी को फौरन अस्पताल में भर्ती करवाया गया। सौरव के पिता कुलदीप गुप्ता बेटे के शव को दिल्ली लेकर आए। नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में घर के पास मौजूद श्मशान घाट पर सौरव का अंतिम संस्कार हुआ।
सेना की वर्दी में आए थे आतंकी
पति को खोकर शिवानी को गहरा सदमा लगा है। वहीं सौरव के चाचा मनोज गुप्ता ने भारतीय सेना से खास गुजारिश की है। मनोज गुप्ता ने घटना के आरोपियों को पकड़ कर मौत के घाट उतारने की दर्ख्वास्त की है। बता दें कि आतंकियों ने सेना की वर्दी में बस पर हमला किया था। इस हमले में 9 लोगों की जान चली गई और 33 से ज्यादा लोग घायल थे।