संविधान में चर्चा पर हर आरोप का जवाब, संसद में गृहमंत्री अमित शाह के भाषण की 10 खास बातें
Amit Shah Speech in Loksabha Session: भारतीय संविधान के 75 साल पूरे होने के मौके पर मोदी सरकार ने संसद में संविधान पर चर्चा कराई। पहले लोकसभा में 2 दिन संविधान पर चर्चा हुई और फिर राज्यसभा में 2 दिन संविधान पर चर्चा हुई। सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के नेताओं ने संविधान पर चर्चा में हिस्सा लिया।
बीते दिन राज्यसभा में संविधान पर चर्चा हुई और भाजपा की ओर से गृहमंत्री अमित शाह ने इसमें हिस्सा लिया। उन्होंने कांग्रेस को इंदिरा गांधी के राज में संविधान में किए गए संशोधन पर आड़े हाथों लिया। उन्होंने राहुल गांधी पर चुटकी ली और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर पर ऐसी बात कही कि कांग्रेस भड़क गई और अमित शाह से माफी मांगने को कहा। आइए राज्यसभा में गृहमंत्री अमित शाह के भीषण के प्रमुश अंश पढ़ते हैं...
1. गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर संविधान संशोधनों को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने नागरिक अधिकारों का कत्ल किया। निर्लज्ज तरीके से संविधान में संशोधन किए। जिसका उदारहण इंदिरा गांधी के राज में हुआ 24वां संविधान संशोधान है, जिसके तहत नागरिक अधिकारों को कर्टेल करने का अधिकार संसद को दे दिया गया था।
2. अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस ने अपने परिवार का नाम फैलाने के अलावा कुछ नहीं किया। आज जहां देखो वहां नेहरू-गांधी परिवार के सदस्यों के नाम का जिक्र मिलेगा। भाजपा ने म्यूजियम बनाया तो नेहरू की फोटो भी उसमें लगाई। 160 पुराने कानून खत्म किए। कांग्रेस के राज में देश 14वें नंबर पर था, अटलीजी उसे 11वें और PM मोदी 5वें नंबर पर जाए। कांग्रेस ने देश के लिए कुछ नहीं किया।
3. गृहमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा वोट बैंक की राजनीति की। रातोंरात एक द्वीप श्रीलंका को दे दिया। संविधान लहराकर झूठ बोलती है। कांग्रेस ने अब अचानक संविधान लहराना शुरू कर दिया। आज तक संविधान की कहीं बात नहीं की। संविधान मानने के लिए बना था, लहराने के लिए नहीं। कांग्रेस पार्टी गांधी परिवार की निजी जागीर होगी, संविधान कांग्रेस की निजी संपत्ति नहीं, वह पूरे देश का है।
4. गृहमंत्री ने कहा कि कांग्रेस का तुष्टिकरण अब खत्म हो गया है। कांग्रेस ने धारा 370 को खत्म करने की कोशिश तक नहीं की, बल्कि उसे शय दी। जम्मू कश्मीर में लोगों को इस अनुच्छेद की इतनी आदत पड़ गई थी कि वे कहने लगे, अगर इसे हटाया गया तो कत्लेआम होंगे, जबकि ऐसा कुछ नहीं हुआ। भाजपा ने एक झटके में उनका भ्रम तोड़ दिया। कांग्रेस ने सिर्फ वोट बैंक की रोटियां सेंकी।
5. मंत्री अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस के अलायंस का नाम INDIA है और इस नाम के चश्मे से भारत देश को न समझा जा सकता है और न ही चलाया जा सकता है। कांग्रेस आरक्षण की विरोधी है, इसलिए OBC के आरक्षण की रिपोर्ट लाइब्रेरी में धूल फांक रही है। कांग्रेस कहती कुछ और करती कुछ, धर्म के नाम पर आरक्षण नहीं देने देंगे। कांग्रेस को बस अपने परिवारों से मतलब है।
6. मंत्री अमित शाह ने कहा कि भाजपा ने अंग्रेजी कानून खत्म किए। नई शिक्षा नीति बनाई को खत्म किया। देश को गुलामी की मानिसकता से आजाद किया। एक देश एक चुनाव की बात भाजपा ही कर सकती है। आज सिविल सर्विसेज एग्जाम मातृभाषा में होते हैं। अंडमान निकोबार के अंग्रेजी नाम को ठीक किया। आज तक जितने भी तानाशाह रहे, उनके अंहकार को लोकतांत्रिक तरीके से चूर-चूर किया।
7. मंत्री अमित शाह ने कहा कि भाजपा ने जीएसटी दिया। कश्मीर से कन्याकुमारी तक लागू 100 से ज्यादा कानून खत्म किए। पिछड़ी जातियों के कल्याण के लिए संविधान संशोधन किया। गरीबों के कल्याण के लिए 10 फीसदी आरक्षण का संशोधन किया। संविधान में संशोधन करने का प्रावधान अनुच्छेद 368 के तहत किया गया है। इस प्रावधान के अनुसार ही भाजपा ने संविधान में संशोधन किए, न कि अपनी सहूलियत से।