'संविधान को बचाना जीवन-मृत्यु का सवाल'; लोकसभा सदन में अखिलेश यादव ने BJP पर साधा निशाना
Akhilesh Yadav Speech in Lok Sabha: आज लोकसभा सदन में संविधान पर चर्चा हुई। भाजप की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चर्चा शुरू की तो कांग्रेस की ओर से सांसद प्रियंका गांधी ने जवाब दिया। इसके बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अपनी बात रखी और भाजपा पर निशाना साधा। अखिलेश यादव ने भारत के संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर चर्चा के दौरान बोलते हुए कहा कि संविधान हमारा कवच है, हमारी सुरक्षा है। यह हमें समय-समय पर शक्ति प्रदान करता है। संविधान ही हमारा सच्चा संरक्षक है। शोषितों, उपेक्षितों, दलितों और वंचितों के अधिकारों के लिए यह संविधान एक बड़ी मदद है। हमारे जैसे लोगों और देश के कमजोर लोगों के लिए, खासकर PDA के लिए, संविधान को बचाना जीवन और मृत्यु का सवाल है।
संविधान देश की आत्मा, इसे बचाना जरूरी
अखिलेश यादव ने कहा कि संविधान पर चर्चा का कोई मतलब नहीं है। भाजपा के राज में लोकतंत्र और संविधान के साथ जितना खिलवाड़ा हुआ, किसी सरकार के राज में नहीं हुआ। अरे संविधान बचेगा, तभी तो देश बचेगा और लोगों को न्याय मिलेगा। सभी को बराबरी के अधिकारी मिलेंगे। भेदभाव का खात्मा होगा। संविधान को बचाने के लिए एक होकर लड़ने की जरूरत है, लेकिन भाजपा कहती थी कि 400 से ज्यादा सीटें मिलेंगी तो संविधान में बदलाव करेंगे, अच्छा हुआ यह दावा पूरा नहीं हुआ। जनता ने भाजपा के इरादों को भांपकर 400 पार के नारे को पूरा नहीं होने दिया। संविधान देश की आत्मा है।
बॉर्डर सिक्योरिटी पर अखिलेश ने उठाए सवाल
अखिलेश यादव ने कहा कि आज देश के बॉर्डर की रक्षा करना सबसे बड़ा और जरूरी काम है। क्योंकि पड़ोसी देश भारत की सीमाओं में सेंध लगाने की कोशिश कर रहे हैं। भारतीय सीमाओं को छोटा करने की कोशिश हो रही है। एक तरफ चीन, दूसरी तरफ पाकिस्तान आए दिन अपनी हरकतों से बाज नहीं आते। अरुणाचल प्रदेश को चीन अपना हिस्सा बनाना चाहता है। पाकिस्तान को कश्मीर चाहिए तो चीन लद्दाख पर दावा ठोक देता है। भाजपा राज में भारतीय सेना को अपनी ही सीमा से पीछे हटना पड़ रहा है। भाजपा बताए कि 75 साल बाद देश की सीमाएं कितनी सुरक्षित हैं? देश के बॉर्डर मजबूत बनाने के लिए भाजपा क्या कर रही।