संदेशखाली में दो महिलाओं ने TMC नेता के खिलाफ दुष्कर्म के आरोपों से किया इंकार, कहा- बीजेपी ने बनाया दबाव
Sandeshkhali Women Withdraw Complaint: लोकसभा चुनाव के बीच पश्चिम बंगाल का संदेशखाली लगातार चर्चा में रहा है। संदेशखाली की कई महिलाओं ने दुष्कर्म के खिलाफ आवाज बुलंद की तो समूचे देश में खलबली मच गई। मगर अब इन्हीं में से दो महिलाओं ने शिकायत वापस ले ली है। महिलाओं का कहना है कि बीजेपी के लोगों ने दबाव बनाकर उनसे कोरे कागज पर हस्ताक्षर करवाए थे।
सफेद कागज पर करवाए हस्ताक्षर
संदेशखाली में एक ही घर की दो महिलाओं ने TMC नेता पर लगाए दुष्कर्म के आरोपों से मुंह फेर लिया है। दोनों सास-बहू ने थाने में दर्ज रेप की शिकायत भी वापस ले ली है। महिलाओं के अनुसार उनपर झूठी शिकायत करने का दबाव बनाया गया था। बीजेपी के लोगों ने दोनों सास-बहू से खाली सफेद कागज पर हस्ताक्षर करवाए और रेप की शिकायत लिखवाकर महिला आयोग में दे दी थी।
मजिस्ट्रेट के सामने पलटी महिला
अब शिकायत वापस लेते हुए दोनों महिलाओं ने पुलिस में FIR दर्ज करवाई है। बुधवार को महिला और उसकी सास ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान दिया कि हमारा इस झूठी शिकायत से कोई लेना देना नहीं है। हमारे पड़ोसी हमसे बात नहीं कर रहे हैं। जब मैंने उनसे (बीजेपी) शिकायत वापस लेने के लिए कहा तो मुझे भगा दिया गया।
महिला ने सुनाई आपबीती
महिलाओं ने बताया कि पियाली दास और मंपी दास नाम की दो महिलाएं हमारे घर आईं और सासू मां को पुलिस स्टेशन लेकर चली गईं। पुलिस स्टेशन पहुंचने के बाद दरवाजा अंदर से बंद कर लिया गया। मेरी सास ने सरकारी परियाजना के तहत खाना बनाया था, जिसका उन्हें पैसा नहीं मिला। पुलिस स्टेशन में मेरी सास ने यही बात उठाई तो उनसे एक सादे काजर पर दस्तखत करवा लिए गए। हमें इस रेप केस के बारे में कुछ नहीं पता है। महिला के अनुसार इस झूठी शिकायत के बारे में उन्हें काफी देर से पता चला। हमारे साथ दुष्कर्म जैसा कुछ नहीं हुआ है। ये आरोप झूठे हैं।