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6 साल में खरीदा 1300 करोड़ का चुनावी बॉन्ड, फ्यूचर गेमिंग कंपनी के खिलाफ 3 सांसदों ने क्यों लिखा पत्र?

Santiago Martin's Future Gaming Lottery Case: सैंट्रियागो मार्टिन की फ्यूचर गेमिंग कंपनी का लॉटरी स्कैम काफी चर्चा में है। तमाम जांच एजेंसियों की रडार पर होने और तीन सांसदों के द्वारा पत्र लिखे जाने के बावजूद कंपनी पर कोई एक्शन नहीं लिया गया।
11:01 AM Jun 03, 2024 IST | Sakshi Pandey
santiago martin
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Future Gaming Electoral bonds: फ्यूचर गेमिंग कंपनी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग और टैक्स चोरी का आरोप सामने आया है। सेंट्रल एजेंसियों के अलावा तीन सांसदों ने भी सरकार को इस बारे में अवगत करवाया था। इन सांसदों में दो एमपी सत्तारूढ़ दल बीजेपी के शामिल थे। तो आइए जानते हैं कि पूरा मामला क्या है?

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सांसदों ने लिखा पत्र

चुनावी बॉन्ड जारी होने के महज तीन महीने पहले 20 दिसंबर 2023 को एक डेटा रिलीज हुआ। जिसके अनुसार फ्यूचर गेमिंग कंपनी ने 2019 से 2024 के बीच में 1300 करोड़ के चुनावी बॉन्ड खरीदे थे। पिछले साल दिसंबर में बीजेपी सांसद सुजय पाटिल ने वित्त मंत्री सीतारमण को इस संदर्भ में पत्र लिखा। इसके पहले भी बीजेपी सांसद रहे उन्मेश पाटिल और कांग्रेस सांसद सुरेश नारायण धनोरकर ने सरकार को कंपनी के भ्रष्टाचार की जानकारी दी थी।

लॉटरी सिस्टम पर सख्त कानून की मांग

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तीनों सांसदों ने पत्र में लिखा कि उत्तर पूर्वी राज्यों में फ्यूचर गेमिंग कंपनी लॉटरी सिस्टम चलाती है। खासकर नागालैंड में कंपनी अकेले लॉटरी बांटती है। वहीं पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, पंजाब और मिजोरम के कुछ इलाकों में भी कंपनी का लॉटरी सिस्टम चलता है। लिहाजा महाराष्ट्र के सांसदों ने सरकार से लॉटरी सिस्टम के खिलाफ सख्त कानून बनाने की मांग की थी।

कंपनी का डेली टर्न ओवर

सुजय पाटिल ने दिसंबर 2023 को अपने पत्र में बताया कि कंपनी ने नागालैंड में हर साल 30 करोड़ की कमाई की है। लेकिन कंपनी का डेली टर्नओवर 70 करोड़ रुपए है। बीजेपी से शिवसेना में शामिल हुए सांसद उन्मेश पाटिल ने इस मामले में तीन पत्र लिखे, दो पत्र वित्त मंत्री और 1 पत्र गृह मंत्री को। तीनों पत्रों में उन्होंने नागालैंड समेत बाकी राज्यों में चल रहे गेमिंग कंपनी के लॉटरी सिस्टम पर सवाल खड़े किए थे।

जांच एजेंसियों ने जताया शक

हालांकि ये पहली बार नहीं है जब सैंटियागो मार्टिन की फ्यूचर गेमिंग कंपनी पर सवाल उठे हों। इससे पहले 2015 में कंपनी कई केंद्रीय जांच एजेंसियों की रडार पर आ गई थी। गृह मंत्रालय से लेकर कैग तक कई केंद्रीय एजेंसियों ने कंपनी के लॉटरी बिजनेस पर संदेह जताया था। 2019 में प्रवर्तन निदेशालय ने भी कंपनी के खिलाफ एक्शन लेते हुए मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की। इस दौरान कंपनी की चल संपत्ति 408 करोड़ के आस-पास थी। हालांकि पांच दिन बाद ही कंपनी ने 100 करोड़ का चुनावी बॉन्ड खरीद लिया।

किस पार्टी को दिया सबसे अधिक चंदा

आंकड़ों की मानें तो 12 अप्रैल 2019 से लेकर 24 जनवरी 2024 के बीच में फ्यूचर गेमिंग कंपनी ने 1,368 करोड़ चुनावी बॉन्ड खरीदे थे। जिसका सबसे बड़ा हिस्सा ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) को मिला था। कंपनी ने TMC को 542 करोड़ रुपए के चुनावी बॉन्ड दिए। दूसरे नंबर पर DMK को 503 करोड़, तीसरे नंबर पर YSR को 154 करोड़ और चौथे नंबर पर बीजेपी को 100 करोड़ का चंदा मिला है।

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Tags :
Electoral Bond
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