whatsapp
For the best experience, open
https://mhindi.news24online.com
on your mobile browser.
Advertisement

Supermoon 2024: सबसे चमकदार चांद देखने को रहें तैयार; जानें कब-कहां आएगा नजर, क्या भारत में भी दिखाई देगा?

Supermoon 2024 Sharad Purnima: शरद पूर्णिमा की रात को आसमान को दुर्लभ खगोलीय घटना होगा, जिसे लोग 3 दिन तक देख सकेंगे। भारत में भी यह दुर्लभ नजारा दिखाई देगा। आइए जानते हैं कि आखिर सूपरमून किस दिन लगेगा और इसका क्या महत्व है?
12:51 PM Oct 15, 2024 IST | Khushbu Goyal
supermoon 2024  सबसे चमकदार चांद देखने को रहें तैयार  जानें कब कहां आएगा नजर  क्या भारत में भी दिखाई देगा
शरद पूर्णिमा की रात सबसे खूबसूरत चांद दिखेगा।

Supermoon 2024 on 17 October Purnima Night: साल का एक और सबसे चमकदार और सबसे खूबसरत चांद देखने के लिए तैयार रहिए। जी हां, एक और सुपरमून दिखने जा रहा है। इसे हंटर्ज मून भी कहा जाएगा। यह दुर्लभ खगोलीय घटना आज 17 अक्टूबर 2024 को पूर्णिमा की रात घटेगी। आज रात को लोग चांद को देखकर बस देखते ही रह जाएंगे। आज रात को चांद किसी भी अन्य पूर्णिमा की रात को लगने वाले चांद से ज्यादा बड़ा और धरती के और ज्यादा नजदीक नजर आएगा। यह साल का तीसरा सुपरमून होगा। 17 अक्‍टूबर के बाद 16 नवंबर और फ‍िर 15 दिसंबर को भी सुपरमून नजर आएगा।

Advertisement

यह भी पढ़ें:लेह के आसमान में दिखा शानदार नजारा, सौर तूफान के बाद रंग-बिरंगा हो गया आसमान; वैज्ञानिकों ने बताई ये वजह

भारत समेत पूरी दुनिया में 3 दिन दिखेगा

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सुपर मून भारत समेत पूरी दुनिया में 3 दिन नजर आएगा। मंगलवार की रात से शुक्रवार सुबह तक लोग इस दुर्लभ खगोलीय घटना को आंखों से देख सकेंगे। भारत में सुपरमून 17 अक्टूबर दिन गुरुवार की सुबह करीब साढ़े 4 बजे नजर आएगा। यह इंटरनेशनल डेट लाइन पर पश्चिम दिशा में 16 अक्टूबर दिन बुधवार की देर रात को और न्यूजीलैंड में शुक्रवार सुबह दिखाई देगा, लेकिन इस सुपरमून को साफ-साफ देखने के लिए प्रदूषण रहित जगहों पर जाएंगे तो नंगी आंखों से भी देख सकेंगे। अन्यथा इसे देखने के लिए टेलीस्कोप का इस्तेमाल करना पड़ेगा।

Advertisement

यह भी पढ़ें:प्राइवेट रूम, जिम और आलीशान होटल जैसा व्यू…दुनिया के पहले कमर्शियल स्पेस स्टेशन का डिजाइन वायरल

Advertisement

शरद पूर्णिमा ऋतु परिवर्तन का प्रतीक

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर के महीने में घटने वाली यह खगोलीय घटना ऋतु परिवर्तन का प्रतीक भी है। जिस पूर्णिमा की रात को यह चांद नजर आएगा, उस पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा, कुमार पूर्णिमा, कोजागरी पूर्णिमा, नवान्न पूर्णिमा कोजाग्रत पूर्णिमा या कौमुदी पूर्णिमा भी कहा जाता है। यह मून हार्वेस्ट मून के बाद दिखाई देता है। हार्वेस्ट मून जब नजर आता है, तब फसलों की कटाई की जाती है। इसके बाद हंटर्ज मून देखने का मतलब है कि अब शिकार करने का समय आ गया है। खेत साफ होते ही जानवर नजर आएंगे, जिनका शिकार किया जाएगा। हंटर्ज मून एल्गोंक्विन मूल की अमेरिकी जनजाति की परंपराओं से लिया गया है।

यह भी पढ़ें:Video: अंतरिक्ष का विहंगम नजारा देख खुली रह जाएंगी आंखें, NASA के एस्ट्रोनॉट ने किया कैप्चर

कई देशों के लिए ऐतिहासिक महत्व

वहीं हिब्रू कैलेंडर में, शरद पूर्णिमा सुक्कोथ की शुरुआत का प्रतीक है, जो इजरायल में मनाया जाने वाला 7 दिवसीय त्योहार है। भारत में शरद पूर्णिमा विभिन्न रीति-रिवाजों के साथ मनाया जाने वाला एक हिंदू फसल उत्सव है। बौद्धों के लिए पूर्णिमा वासा के अंत का प्रतीक है, जो 3 महीने का मठवासी विश्राम है। यह आयोजन पवराना का भी प्रतीक है, जो भिक्षुओं के लिए चिंतन का दिन है। म्यांमार में थाडिंगयुत प्रकाश उत्सव इस पूर्णिमा के साथ शुरू होता है। यह पूर्णिमा चीनी ड्रैगन वर्ष के 9वें महीने में और इस्लामी वर्ष के चौथे महीने रबी अल-थानी में आती है। श्रीलंका में यह पूर्णिमा वाप पोया का प्रतीक है, जो कथिना उत्सव मनाने के साथ-साथ भिक्षुओं को वस्त्र उपहार में देने का समय है।

यह भी पढ़ें:जमीं से आसमां तक! एक बार फुल चार्ज होने पर 12 महीने तक चलेगी बैटरी, ये काम हो जाएंगे आसान

Open in App Tags :
Advertisement
tlbr_img1 दुनिया tlbr_img2 ट्रेंडिंग tlbr_img3 मनोरंजन tlbr_img4 वीडियो