'स्पीकर साहब ये अच्छी शुरुआत नहीं है...', ओम बिरला के पहले ही बयान ने छेड़ा विवाद, शशि थरूर ने कही ये बात
Shashi Tharoor on Emergency in Parliament: संसद सत्र का तीसरा दिन सुबह से ही काफी चर्चा में है। लोकसभा स्पीकर के चुनाव से लेकर ओम बिरला के जीतने तक सभी की नजरें संसद पर टिकी हैं। वहीं संसद की कार्यवाही के बीच सत्तापक्ष के नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के द्वारा लगाई कई इमरजेंसी की भी आलोचना की। इस लिस्ट में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का नाम भी शामिल है। ऐसे में कांग्रेस नेता शशि थरूर को ओम बिरला का ये अंदाज रास नहीं आया और उन्होंने इसे खराब शुरुआत करार दिया है।
इमरजेंसी को 49 साल गुजरे
न्यूज 24 के वरिष्ठ पत्रकार संजीव त्रिवेदी के साथ खास बातचीत में शशि थरूर ने कई बड़े बयान दिए। इमरजेंसी के खिलाफ संसद में हो रही नारेबाजी की आलोचना करते हुए कहा कि ये नए संसदीय सत्र के लिए अच्छी शुरुआत नहीं है। अब स्पीकर पद का चुनाव हो गया है। सदन के अंदर सब सहमति पर बात कर रहे थे। सभी ने कहा कि हम एक-साथ काम करेंगे और जनता की आवाज बनेंगे। उसके बाद स्पीकर साहब ने जो कुछ कहा उसे कई लोगों ने गलत माना है। अब जो बाहर नारेबाजी चल रही है ये सिर्फ और सिर्फ राजनीति है। इमरजेंसी को लगे 49 साल हो गए। अगले साल 50 पूरे हो जाएंगे। हम आज संसद में 49 साल पहले के इतिहास का विरोध करने के लिए आए हैं या जनता के आज और कल पर चर्चा करने के लिए आए हैं।
ये देश के लिए अच्छा संदेश नहीं
शशि थरूर ने कहा कि ये सोचने वाली बात है कि आप देश में किस तरह का संदेश भेज रहे हैं। स्पीकर साहब ने इस विषय में ठीक नहीं किया। वो सबकी आवाज सुनने की बजाए सत्तारूढ़ पार्टी की भाषा बोल रहे हैं। ये अच्छी शुरुआत नहीं है।
राहुल गांधी का विपक्षी नेता बनना अच्छा संकेत
राहुल गांधी को सर्वसम्मति से विपक्ष का नेता चुना गया है। इस पर बात करते हुए शशि थरूर ने कहा कि राहुल गांधी काफी लोकप्रिय नेता हैं और लोग उन्हें काफी पसंद करते हैं। हम चाहते हैं कोई ऐसा व्यक्ति ही विपक्षी नेता के पद पर रहे क्योंकि राहुल गांधी का नेतृत्व सिर्फ कांग्रेस के लिए नहीं है बल्कि सारी विपक्षी पार्टियों के लिए है। मेरे ख्याल में इस तरह से चीजों को आगे बढ़ाना हमारे देश के लिए बहुत अच्छा होगा।