तेलंगाना: BJP ने BRS को दिया बड़ा झटका, कौन हैं पी रामुलु, भगवा पार्टी को क्या होगा फायदा?
Telangana BRS Leader P Ramulu Joins BJP: तेलंगाना में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने केसीआर की पार्टी भारत राष्ट्र समिति (BRS) को लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा झटका दिया है। बीआरएस नेता और लोकसभा सांसद पी रामुलु ने बीजेपी जॉइन कर ली है। उन्होंने एक दिन पहले ही बीआरएस से इस्तीफा दिया था। आइए जानते हैं कि पी रामुलु कौन हैं और वे बीजेपी के लिए तेलंगाना में किस तरह फायदे का सौदा साबित होंगे।
दलित वोटरों पर नजर
पी रामुलु सांसद और दलित नेता हैं। बीजेपी उनके सहारे दक्षिण के दलित वोटरों में अपनी पैठ बनाने की कोशिश करेगी। पी रामुलु लोकसभा में नागरकुरनूल (आरक्षित) संसदीय सीट से सांसद हैं। कहा जा रहा है कि बीजेपी उन्हें इस सीट से मैदान में उतार सकती है। रामुलु 16 साल तक सरकारी शिक्षक के रूप में काम कर चुके हैं। इसके बाद उन्होंने नौकरी से इस्तीफा दे दिया। फिर 1994 में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) में शामिल होकर राजनीतिक करियर की शुरुआत की।
बीजेपी से रामुलु का टिकट तय
रामुलु को पिछले लोकसभा चुनाव में नागरकुरनूल सीट से 50.48 प्रतिशत के साथ 499,672 वोट मिले थे। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार डॉ. मल्लू रवि को शिकस्त दी थी। रवि को 3,09,924 वोट मिले थे। जबकि बीजेपी इस सीट पर तीसरे नंबर पर रही थी। बीजेपी उम्मीदवार श्रुति बंगारू को 1,29,021 वोट मिले। रामुलु का बीजेपी से टिकट पक्का माना जा रहा है।
4 सीटों पर ही मिली थी जीत
पिछले लोकसभा चुनाव की बात करें तो बीजेपी को तेलंगाना की 17 सीटों में से 4 सीटों पर जीत मिली थी। एनडीए ने इस बार 400 सीटों का जो लक्ष्य रखा है, उसमें तेलंगाना बीजेपी के लिए अहम है। इस बार विधानसभा चुनाव में पार्टी का वोट शेयर और सीटें बढ़ी हैं। पिछली बार जहां विधानसभा में महज 1 सीट से ही बीजेपी को संतोष करना पड़ा था, वहीं इस बार ये सीटें 8 हैं। ऐसे में बीजेपी तेलंगाना में कांग्रेस और बीआरएस को पटखनी देने के लिए हर पैंतरे आजमाना चाहती है। कहा जा रहा है कि बीआरएस के कुछ और नेता जल्द ही बीजेपी जॉइन कर सकते हैं। बीआरएस के 4 और सांसद बीजेपी के संपर्क में हैं। इनमें पेद्दापल्ली से वेंकटेश नेथा, जहीराबाद से बी बी पाटिल, महबूबाबाद से मलोथ कविता और खम्मम से नामा नागेश्वरराव का नाम शामिल है।
कर्नाटक के बाद दूसरा बड़ा राज्य
कर्नाटक के बाद तेलंगाना उसके लिए दूसरा बड़ा राज्य बनकर उभर रहा है। ऐसे में दक्षिण के दुर्ग में बीजेपी खुद को मजबूत करने का हर रास्ता तलाशना चाह रही है। इधर आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू के बीजेपी में शामिल होने की चर्चा है। बताते चलें कि पिछले लोकसभा चुनावों में दक्षिण भारत के आठ राज्यों की 132 सीटों में से बीजेपी को महज 29 सीटें ही मिल सकी थीं। ऐसे में बीजेपी इस बार एक-एक सीट पर फाइट देना चाहती है। बता दें कि केसीआर की पार्टी बीआरएस के साथ गठबंधन की संभावना को बीजेपी पहले ही खारिज कर चुकी है।
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