'भारत के खिलाफ सख्त रहकर चीन से कैसे लड़ेंगे' जानें इस पर क्या बोले ट्रंप?
Trump Modi Meeting 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 फरवरी 2025 यानी शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से ओवल ऑफिस में मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने रक्षा सौदों, व्यापार और आतंकवाद समेत कई मुद्दों पर बातचीत की। बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा कि दुनिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतंत्र अमेरिका और भारत के बीच एक विशेष बंधन है।
प्रेस वार्ता के दौरान ट्रंप से पूछा गया कि आप भारत के साथ सख्त रहकर चीन से कैसे लड़ेंगे? इसका जवाब देते हुए ट्रंप ने कहा हम किसी को भी हराने के लिए अच्छी स्थिति में है। हम किसी को हराने के बारे में नहीं सोच रहे हैं। हम अच्छा काम करना चाहते हैं। हमने अमेरिकी लोगों के लिए शानदार काम किया है। हमारे 4 साल बहुत बढ़िया रहे। मुझे लगता है कि इस बार का साथ हमें और ज्यादा मजबूत करने जा रहा है।
अमेरिका-चीन के रिश्ते बेहतर होंगे
ट्रंप ने अमेरिका की व्यापार नीति को लेकर भी खुलकर बातचीत की। उन्होंने बताया कि हमने भारत समेत सभी देशों के साथ नई टैरिफ नीति पर भी बात की। वहीं चीन के साथ रिश्तों को लेकर भी उन्होंने खुलकर बात की। अमेरिका और चीन के रिश्ते बेहतर होंगे। मुझे लगता है कि हम चीन के साथ बहुत अच्छा संबंध बनाएंगे। मेरे और शी के बीच भी अच्छे संबंध थे। हालांकि कोविड के बाद अब संबंध पहले जैसे नहीं रहे।
ये भी पढ़ेंः PM Modi a Terrific Man…पीएम मोदी से मिलते ही और क्या बोले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प?
वहीं भारत-चीन संबंधों पर टिप्पणी करते हुए ट्रंप ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो मै मध्यस्थता करने के लिए तैयार हूं। मैं सीमा पर झड़पों को देखता हूं, जो ठीक नहीं है। मुझे ऐसा लगता है कि ये आगे भी जारी रहेंगी। मैं मदद कर सकता हूं, इससे मुझे खुशी होगी।
पीएम ने की ट्रंप की तारीफ
इस दौरान पीएम मोदी ने अपने संबोधन में ट्रंप की तारीफ की। उन्होंने कहा कि मैंने एक चीज ट्रंप से सीखी है, वह यह है कि वे राष्ट्रीय हित को हमेशा ऊंचा रखते हैं। उनकी तरह मैं भी भारत के राष्ट्रीय हितों को हर चीज से ऊपर रखता हूं। यह मेरा सौभाग्य है। पीएम ने कहा कि मैंने भारत के लोगों से वादा किया है कि भारत के प्रधानमंत्री के तौर पर अपने तीसरे कार्यकाल में हम दोगुनी गति से काम करेंगे। मेरा विश्वास है कि राष्ट्रपति ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में हम उनके पहले कार्यकाल की तरह दोगुनी गति से काम करेंगे।
ये भी पढ़ेंःReciprocal Tarrif क्या और भारत पर क्या पड़ेगा असर, ट्रंप ने क्यों लिया टैरिफ लगाने का फैसला?