केंद्रीय मंत्री ने चौथी क्लास के छात्र को भेजा खास गिफ्ट, वंदे भारत ट्रेन में हुई थी मुलाकात
Rajeev Chandrasekhar Sent Laptop For Class 4th Student: केरल के कोच्चि में चौथी क्लास का छात्र उस वक्त खुशी से झूम उठा, जब पता चला कि आज उसे एक नया लैपटॉप मिलने जा रहा है। दरअसल, केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने चौथी कक्षा के छात्र श्रीराम के लिए एक लैपटॉप भेजा है। खास बात यह है कि श्रीराम से केंद्रीय मंत्री की मुलाकात पहली ही बार हुई थी।
केंद्रीय मंत्री ने लैपटॉप देने का किया था वादा
जानकारी के अनुसार, राजीव चंद्रशेखर एक बार वंदे भारत ट्रेन में यात्रा कर रहे थे। इसी दौरान उनकी मुलाकात श्रीराम से हुई। बातचीत के बाद उन्होंने उसे एक लैपटॉप देने का वादा किया था। गुरुवार को वो वादा पूरा हुआ और श्रीराम को ब्रांडेड लैपटॉप मिल गया।
छात्र ने अनबॉक्स किया लैपटॉप
न्यूज एजेंसी एएनआई ने इसका एक वीडियो जारी किया है। इसमें देखा जा सकता है कि छात्र को शिक्षकों की मौजूदगी में एसर वन 14 लैपटॉप दिया जाता है तो उसके चेहरे पर खुशी छा जाती है। वह फटाफट इसे खोलता है और चलाकर देखता है। इसके साथ ही छात्र को चॉकलेट का डिब्बा भी दिया जाता है। राजीव चंद्रशेखर केंद्रीय उद्यमिता, कौशल विकास, इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री हैं। वह एक पूर्व चिप डिजाइनर और टेक इंवेस्टर भी हैं। केंद्रीय मंत्री की ओर से बच्चे की दिली ख्वाहिश पूरी होने पर लोग छात्र को बधाई दे रहे हैं।
इस बारे में केंद्रीय मंत्री ने एक्स पर पोस्ट कर जानकारी दी। उन्होंने लिखा- ”त्रिशूर से कोझिकोड तक ट्रेन यात्रा के दौरान मेरी मुलाकात 9 साल के श्रीराम से हुई थी। उसने मुझे अपने लैपटॉप पर बनाए क्रिएटिव वीडियोज दिखाए। तभी मैंने उसे एक नया लैपटॉप देने का प्रॉमिस किया था। आज उसे नए साल का उपहार पहले ही मिल गया। उन्हें और उनके परिवार को मेरी शुभकामनाएं। वह अपनी पढ़ाई जारी रखकर अपने परिवार को गौरवान्वित करें।”
प्रोसेसर डिजाइन करने वाली टीम का हिस्सा रह चुके हैं राजीव चंद्रशेखर
कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करने वाले राज्यसभा सांसद राजीव चंद्रशेखर ने मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। उन्होंने 1988 में इलिनोइस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, शिकागो से कंप्यूटर साइंस में मास्टर्स डिग्री पूरी करने के बाद टॉप टेक कंपनी इंटेल में काम किया। उन्होंने 1988 से 1991 तक वहां काम किया। इंटेल में वह आई486 प्रोसेसर डिजाइन करने वाली आर्किटेक्चरल टीम का हिस्सा रहे थे। उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से एडवांस मैनेजमेंट प्रोग्राम की भी पढ़ाई की है।
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