बंगाल की ये महिला प्रधान कौन? खुद मिट्टी के घर में रहकर लोगों को दिला रहीं पक्के मकान
अमर देव पासवान, आसनसोल
West Bengal Tribal Panchayat Pradhan Pakmuni: पश्चिम बंगाल आसनसोल कांक्सा ब्लॉक के मलान दिघी ग्राम पंचायत की रहने वाली एक आदिवासी महिला वैसे तो राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल की एक कार्यकर्त्ता है, पर उनके द्वारा पार्टी के प्रति निष्ठा और आत्मसमर्पण को देख पार्टी की ओर से उनको मलान दिघी ग्राम पंचायत से इलेकटेड पंचायत प्रधान बनाया गया है।
पतल बेचकर करती हैं गुजारा
पंचायत प्रधान बनकर आदिवासी महिला पाकमुनी ने अपने पंचायत मे आम जनता के लिये कुछ इस ऐसे कार्य करके दिखाया जिसको देख उनकी पार्टी के लोग ही नही बल्कि अन्य दल के नेता और कार्यकर्त्ता भी उनकी तारीफें करते नही थकते हैं। पाकमुनी वैसे तो खुद कच्चे मिट्टी से बने एक खपड़ैल मकान मे अपनी परिवार के साथ रहती है, जिसमें भी जगह-जगह दरारें पड़ी हुई है। पाकमुनी अपने परिवार का लालन-पोषण पत्तों से बने पतल बनाकर बाजारों मे बेचकर करती हैं।
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रोजाना बस में जाती हैं पंचायत ऑफिस
पाकमुनी खुद बस में किराया देकर पंचायत कार्यालय जाती हैं, जहां हर रोज लोगों की समस्याएं सुनती हैं। पाकमुनी ने अपने पंचायत क्षेत्र में कई लोगों के लिये आवास योजना के तहत आवास मुहैया करवाया है,पर उन्होंने खुद कभी अपने आवास के लिये आवेदन नहीं किया। उनका मानना है की जिस दिन उनके पंचायत इलाके मे रह रहे हर लोगों का कच्चा मकान आवास योजना के तहत पक्का नहीं हो जाता तब तक वह अपने आवास के लिये आवेदन नही करेंगी।
सभी जरूरतमंद लोगों को पक्का आवास मिले ये है सपना
पाकमुनी का मानना है की वह चाहे तो जब चाहे उन्हें आवास योजना के तहत आवास मुहैया हो जाए। लेकिन वह चाहती हैं कि उनसे पहले वह उन लोगों को आवास योजना के तहत आवास मिले जिनको उनसे भी ज्यादा उसकी जरूरत है। उनका कहना है कि जरूरतमंद सभी लोगों को घर मिलने के बाद अगर उनको आवास मिलता है तो वह आवास जरूर लेंगी। उन्होंने कहा की वह अपने क्षेत्र के लोगों को खुश देखना चाहती हैं।
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