चंपई सोरेन ने बीजेपी को क्यों चुना? गिनाया सबसे बड़ा कारण, हेमंत को घर में घेरने की तैयारी

Champai Soren Set To Join BJP: आदिवासियों को लेकर अपनी चिंता साझा करते हुए चंपई सोरेन ने कहा कि आज की तारीख में संताल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठ एक बड़ी समस्या है। बाबा तिलका मांझी और सिद्धो-कान्हू की पवित्र धरती एक बड़ी समस्या से जूझ रही है।

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झारखंड के पूर्व सीएम चंपई सोरेन 30 अगस्त को बीजेपी ज्वॉइन करेंगे। फाइल फोटो

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Champai Soren Set To Join BJP: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के दिग्गज नेता चंपई सोरेन ने बीजेपी ज्वॉइन करने के कारणों पर बात की है। चंपई ने कहा कि उन्होंने संताल परगना में आदिवासी पहचान को बचाने के लिए बीजेपी ज्वॉइन करने का फैसला किया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इस गंभीर मुद्दे के बारे में बीजेपी को छोड़कर किसी भी पार्टी को कोई परवाह नहीं है, वे सिर्फ वोट के बारे में सोचते हैं।

झारखंड के पूर्व सीएम ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि कोल्हान क्षेत्र के लोग हर कदम पर मेरे साथ खड़े रहे हैं, और वे राजनीति से संन्यास लेने के मेरे फैसले से सहमत नहीं थे। चंपई सोरेन का एक्स पर यह पोस्ट उनके 30 अगस्त को बीजेपी ज्वॉइन करने की खबरों के बाद आया। चंपई और उनका बेटा राज्य बीजेपी नेताओं की उपस्थिति में 30 अगस्त को रांची में भगवा पार्टी ज्वॉइन करेंगे।

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'कोल्हान के लोग मेरे साथ हैं'

चंपई ने कहा कि पिछले सप्ताह एक पत्र के जरिए मैंने अपने विचार झारखंड और देश के सामने रखे थे। उसके बाद से मैं झारखंड के तमाम लोगों से मिला और उनके विचार जानने की कोशिश की। कोल्हान क्षेत्र के लोग मेरे साथ हर कदम पर खड़े रहे हैं और उन्होंने संन्यास लेने के मेरे फैसले को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि 'झामुमो में ऐसा कोई फोरम या प्लेटफॉर्म नहीं है, जहां मैं अपना दर्द साझा करता। पार्टी के वरिष्ठ नेता स्वास्थ्य संबंधी कारणों की वजह से राजनीति से दूर हैं।'

'संताल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठ बड़ी समस्या'

आदिवासियों को लेकर अपनी चिंता साझा करते हुए चंपई सोरेन ने कहा कि आज की तारीख में संताल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठ एक बड़ी समस्या है। बाबा तिलका मांझी और सिद्धो-कान्हू की पवित्र धरती एक बड़ी समस्या से जूझ रही है। इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा कि घुसपैठिए हमारे उन पुरखों की जमीन को कब्जा रहे हैं, जिन्होंने जल, जंगल और जमीन की लड़ाई में विदेशी ताकतों की गुलामी को स्वीकार नहीं किया। आज घुसपैठियों के चलते फूलो-झानो जैसी हमारी बहादुर मां, बहनों और बेटियों का स्वाभिमान और आदर्श खतरे में है।

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उन्होंने कहा कि केवल बीजेपी ही इस मुद्दे पर गंभीर है। अन्य पार्टियां सिर्फ वोट की चिंता करती हैं। ऐसे में आदिवासियों की पहचान और अस्तित्व को बचाने की लड़ाई में मैंने बीजेपी ज्वॉइन करने का फैसला किया है।

हेमंत सोरेन ने बीजेपी पर साधा निशाना

इस बीच झारखंड के मुख्यमंत्री और झामुमो नेता हेमंत सोरेन ने बीजेपी पर निशाना साधा। हेमंत सोरेन ने कहा कि विपक्षी पार्टी एक बार फिर पुराने दांव आजमा रही है और सत्ताधारी पार्टी के विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि एक बार फिर बीजेपी ने 'सरकार तोड़ो अभियान' और 'विधायक तोड़ो अभियान' शुरू कर दिया है, जैसाकि उसने लोकसभा चुनाव के दौरान किया था, लेकिन आने वाले चुनावों में झारखंड की जनता उन्हें जवाब देगी।

दुमका में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए झारखंड के मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी और उसके नेता धर्म और संप्रदाय के नाम पर बांटने की राजनीति कर रहे हैं।

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