दोधारी तलवार पर चलेंगे चिराग! झारखंड के लिए बनाया बड़ा प्लान, इन सीटों पर ठोंकी दावेदारी
Jharkhand Assembly Election 2024: लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने झारखंड चुनाव लड़ने की तैयारियां तेज कर दी हैं। चिराग झारखंड में बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन भाजपा के साथ बात नहीं बनी तो चिराग पासवान की पार्टी अकेले ही चुनाव में उतरेगी। हालांकि चिराग के लिए यह स्थिति दोधारी तलवार की तरह है। अगर उन्हें झारखंड में बीजेपी गठबंधन में एंट्री मिल जाती है, तो पार्टी कुछ ही सीटों पर चुनाव लड़ेगी। लेकिन अलग लड़ना पड़ता है तो पार्टी के एनडीए में अलग-थलग पड़ने की आशंका है।
झारखंड में चिराग की तैयारी
लोजपा (R) के प्रदेश अध्यक्ष बीरेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को दिल्ली में चिराग पासवान से मुलाकात की और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को 38 उम्मीदवारों की सूची सौंपी। लोजपा (R) चाहती है कि पार्टी बीजेपी के साथ गठबंधन में धनबाद, जमशेदपुर पश्चिम, चतरा, छतरपुर और लातेहार विधानसभा का चुनाव लड़े। गठबंधन न होने की स्थिति में पार्टी अकेले चुनावी मैदान में उतरेगी।
लोजपा की दावेदारी वाली सीटों पर 2019 का गणित
झारखंड में चिराग पासवान जिन सीटों पर दावा कर रहे हैं, उनमें लातेहार एससी के लिए रिजर्व सीट है और यहां से जेएमएम के बैद्यनाथ राम जीते थे। बीजेपी दूसरे नंबर पर रही थी। लातेहार में लोजपा का कोई उम्मीदवार नहीं था। दूसरी सीट छतरपुर भी एससी के लिए रिजर्व सीट है, जहां से बीजेपी की पुष्पा देवी जीती थीं, आरजेडी के विजय कुमार दूसरे नंबर पर रहे थे। छतरपुर में भी लोजपा का कोई उम्मीदवार नहीं था।
जमशेदपुर पश्चिम सीट से कांग्रेस के बन्ना गुप्ता चुनाव जीते थे और यहां बीजेपी के देवेंद्र नाथ सिंह दूसरे स्थान पर रहे थे। लोजपा का यहां कोई उम्मीदवार नहीं था। यह एक सामान्य सीट है। चतरा भी एससी के लिए आरक्षित सीट है और यहां से आरजेडी के सत्यानंद भोक्ता ने बीजेपी के जनार्दन पासवान को हराया था। वहीं धनबाद सीट से बीजेपी के राज सिन्हा ने कांग्रेस के मन्नान मलिक को हराया था। लोजपा के विकास रंजन को यहां 1 प्रतिशत के करीब वोट मिला था।
आजसू-जेडीयू के साथ जाएगी बीजेपी
झारखंड के बीजेपी प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने पिछले महीने खुलकर कहा था कि पार्टी झारखंड में आजसू और जेडीयू के साथ गठबंधन करेगी। आजसू के साथ बीजेपी का गठबंधन लगभग तय है। माना जा रहा है कि जल्द ही इसका ऐलान हो सकता है। वहीं नीतीश कुमार भी झारखंड में 10 सीटों पर तैयारी कर रहे हैं। लेकिन बीजेपी गठबंधन में उन्हें तीन सीटें दे सकती है।
झारखंड में अगर चिराग को बीजेपी का साथ नहीं मिलता है तो लोजपा के एनडीए में अलग-थलग पड़ने की आशंका है। झारखंड में दलित वोट निर्णायक हैं और उन्हीं के दम पर चिराग पासवान अपनी पार्टी का विस्तार करना चाहते हैं। पिछले एक महीने से लोजपा झारखंड में लगातार चुनावी अभियान चला रही है।