झारखंड में भी हाईजैक हो चुकी ट्रेन, नक्सलियों ने 500 यात्रियों को डेढ़ घंटे तक बनाया था बंधक; ऐसे सुलझा था मामला
Jharkhand Train Hijack Case: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में ट्रेन हाईजैक का मामला सामने आया है। बलूच लिबरेशन आर्मी ने मंगलवार को जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर लिया था। ट्रेन में 425 लोग सवार थे। जाफर एक्सप्रेस बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा से रवाना हुई थी, जो खैबर पख्तूनख्वा के पेशावर शहर जा रही थी। आपको बता दें कि भारत में भी ट्रेन हाईजैक की घटना हो चुकी है।
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22 अप्रैल 2009 को नक्सलियों ने बिहार-झारखंड बंद का ऐलान किया था। इस दौरान झारखंड के लातेहार जिले के हेहेगेड़ा स्टेशन पर BDM पैसेंजर ट्रेन को हाईजैक कर लिया था। ट्रेन में 500 यात्री सवार थे, जिनको डेढ़ घंटे तक बंधक बनाकर रखा गया था। पत्रकारों के समझाने पर नक्सली मान गए थे, इसके बाद यात्रियों को छोड़ा गया था। झारखंड में यह ट्रेन हाईजैक का पहला केस था, जो लोकसभा चुनावों से पहले हुआ था।
वोटिंग से एक दिन पहले ट्रेन हाईजैक
उस समय नक्सलियों ने पत्रकारों के जरिए रेल प्रबंधन से बातचीत की थी। पलामू जिला हेडक्वार्टर से पत्रकारों का एक दल नक्सलियों से बात करने पहुंचा था। बातचीत सफल रही और यात्रियों को छोड़ दिया गया था। डेढ़ घंटे तक यात्रियों के होश उड़ गए थे। हालांकि यात्रियों को नक्सलियों ने खाना-पीना भी दिया था। पलामू लोकसभा सीट पर पहले चरण की वोटिंग 16 अप्रैल को हो चुकी थी। 23 अप्रैल को दूसरे चरण की वोटिंग से ठीक एक दिन पहले नक्सलियों ने ट्रेन हाईजैक की थी। यह ट्रेन बरकाकाना स्टेशन से रवाना हुई थी, जिसे मुगलसराय जाना था। इसे सुबह लगभग साढ़े 7 बजे हाईजैक किया गया था।
155 यात्रियों को बचाया गया
बता दें कि पाकिस्तान में जिस ट्रेन को बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने हाईजैक किया है, उसमें पाकिस्तानी सेना के कई सैनिक भी मौजूद हैं। बताया जा रहा है कि ये फौजी छुट्टी पर घर जा रहे थे। ट्रेन के ऊपर गोलीबारी का मामला भी सामने आया है। ट्रेन का इंजन सुरंग में फंसा बताया जा रहा है। चालक समेत कई लोगों के मारे जाने की सूचना है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 155 लोगों को बचा लिया गया है। वहीं, 27 आतंकी मारे गए हैं।