झारखंड के लिए नीतीश का बड़ा प्लान! 3 सीटों पर दावेदारी पक्की, दिग्गजों के साथ मैदान फतह करने की तैयारी
Nitish Kumar News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने झारखंड विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत से लड़ने का प्लान बना लिया है। पार्टी ने 2019 के चुनाव में बीजेपी के पूर्व सीएम रघुबर दास को मात देने वाले सरयू राय के बाद राजा पीटर को जेडीयू ज्वॉइन कराई है। राजा पीटर झारखंड के पूर्व मंत्री रहे हैं और 2008 के विधानसभा उप चुनाव में शिबू सोरेन को मात दी थी। 2009 के विधानसभा चुनाव में राजा पीटर जेडीयू के टिकट पर विधायक बने थे। 2010 में उन्हें झारखंड का उत्पाद मंत्री बनाया गया था।
2005 में पहली बार विधायक बनने वाले राजा पीटर तमाड़ विधानसभा सीट चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। जेडीयू के साथ आने के बाद पीटर के लिए नीतीश कुमार बीजेपी से तमाड़ सीट मांग सकते हैं।
ये भी पढ़ेंः मोदी सरकार कितने दिन चलेगी? प्रशांत किशोर ने बताया, गिना दीं BJP की मजबूरियां
दरअसल नीतीश कुमार की पार्टी झारखंड में तकरीबन 10 सीटों पर तैयारी कर रही है। हालांकि अभी गठबंधन में सीटों का ऐलान नहीं हुआ है। लेकिन पार्टी की तैयारियों को देखते हुए लगता है कि तीन सीटों पर उसकी दावेदारी पक्की है। राजा पीटर के जेडीयू में आने के बाद हेमंत सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता विकास मुंडा के खिलाफ राजा पीटर को एनडीए से उतारा जा सकता है।
जेडीयू जमशेदपुर पूर्वी से सरयू राय को मैदान में उतार सकती है। सरयू राय जमशेदपुर पूर्वी से निर्दलीय विधायक हैं और हाल ही में जेडीयू में शामिल हो गए थे। सरयू राय के जरिए जेडीयू इस सीट पर नजर गड़ाए हुए है।
ये भी पढ़ेंः बिहार में 48 घंटे में 8 तटबंध ध्वस्त, 20 की मौत, 16 जिलों में 10 लाख आबादी प्रभावित
झारखंड में नीतीश कुमार की नजर छतरपुर सीट पर भी है। पूर्व मंत्री सुधा चौधरी इस सीट से जीत चुकी हैं। माना जा रहा है कि इस सीट पर भी जेडीयू दावेदारी कर सकता है।
आजसू के साथ बीजेपी का सीटों का बंटवारा तय
बता दें कि झारखंड बीजेपी के सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने झारखंड में आजसू और जेडीयू के साथ मिलकर एनडीए के चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। हालांकि चिराग पासवान और पशुपति भी झारखंड चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। चिराग पासवान ने तो झारखंड में अलग चुनाव लड़ने की भी बात की है।
बीजेपी ने झारखंड में आजसू के साथ बातचीत पूरी कर ली है और माना जा रहा है कि पितृ पक्ष के बाद कभी भी औपचारिक ऐलान हो सकता है। देखना होगा कि बीजेपी जेडीयू को कितनी सीटों पर हिस्सेदारी देती है।