अमेरिका में सेटल होने के दो ऑप्शन! नौकरी के अलावा कर सकते हैं खुद का बिजनेस
US work visa: अमेरिका भारतीयों के लिए पढ़ाई या नौकरी के लिए पसंदीदा जगह में से एक है। अमेरिका में नौकरी के लिए वर्क वीजा की जरूरत होती है। एक समय के बाद यहां पर स्थायी निवासी भी बना जा सकता है, मगर इसका प्रोसेस काफी लंबा होता है। सबसे पहली चुनौती तो अमेरिका में किसी कंपनी में नौकरी लेना ही होता है। बहुत कम ही कंपनियां हैं, जो स्पॉन्सरशिप देती हैं। आज आपको दो तरह के वर्क वीजा के बारे में बताएं, जिनके जरिए अमेरिका में नौकरी के अलावा बिजनेस भी करने की इजाजत मिलती है।
जहां एक तरफ बिना जॉब ऑफर वर्क वीजा नहीं मिलता है, वहीं दूसरी तरफ कुछ कंपनियां हैं, जिनके जरिए अमेरिका में काम करने का सपना पूरा किया जा सकता है। यहां काम के मुताबिक वर्क वीजा लिया जा सकता है।
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1- EB-2 NIW वीजा
EB-2 NIW वीजा एक रोजगार-आधारित वीजा है, जिसके लिए नौकरी के ऑफर लेटर या स्पॉन्सरशिप की जरूरत नहीं होती है। इसे उन लोगों के लिए बनाया गया है, जो मास्टर्स या पीएचडी किए हुए लोग हैं। ऐसे लोग जो अमेरिका के राष्ट्रीय हित के लिए काम करने वाले डिपार्टमेंट्स में काम करने के काबिल हों।
EB-2 NIW वीजा के लिए पात्र लोग कानूनी तौर पर स्थायी निवासियों के रूप में अमेरिका में रह सकते हैं। दरअसल, यह वीजा साइंस, आर्ट और बिजनेस के प्रोफेशलनल्स को दिया जाता है, क्योंकि इनके काम से देश को फायदा मिलता है। वैज्ञानिक, प्रोफेसर और एथलीट्स को भी यह वीजा मिल जाता है।
2- O-1 वीजा
दूसरा ऑप्शन है, O-1 वीजा। यह भी बिना ऑफर लेटर के बिना नौकरी करने की इजाजत देता है। इस वीजा से आप अपने परिवारों को भी अपने साथ ले जा सकते हैं। नौकरी के अलावा, सेल्फ-एम्प्लॉयमेंट भी चुन सकते हैं। यह वीजा O-1A और O-1B दो तरह का होता है।
O-1A बिजनेस मालिकों, इंजीनियरों, हेल्थ एक्सपर्ट्स , एथलीट्स, रिसर्चर और प्रोफेसर्स के लिए होता है। वहीं, O-1B वीजा में क्रिएटिव फील्ड के लोग जैसे- फैशन डिजाइनर, कॉस्ट्यूम डिजाइनर, एक्टर, फोटोग्राफर, डायरेक्टर और प्रोड्यूसर शामिल होते हैं।
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