Anklet Wearing Benefits: पैरों की पायल को न समझें आम, जानें श्रृंगार के पीछे का विज्ञान
Anklet Wearing Benefits: "श्रृंगार" अपने आप में ही बड़ा खास माना जाता है। पुराने समय से इसका खास महत्व बताया गया है। एक सुहागिन महिला के लिए 16 श्रृंगार बड़ा खास माना जाता है। हाथों में चूड़ी, पैरों में पायल पहनने से लेकर पैरों में बिछिया पहनने का अपना एक खास महत्व है। भले ही इसे शास्त्रों या धर्म से जोड़ा गया हो, लेकिन इसके पीछे विज्ञान की भी खास भूमिका है। आइए आपको श्रृंगार के पीछे का विज्ञान के बारे में बताते हैं।
पैरों की पायल को न समझें आम!
समय के साथ क्या भारी पायलों की जगह एक हल्की पायल या कहें कि आजकल ट्रेंड में चल रही एंकलेट ने ली है? अगर हां, तो आपको बता दें कि पैरों में पहनी जाने वाली पायल आपके लिए कई तरह से फायदेमंद होती है, जिसे आप पुराना फैशन या आउट ऑफ ट्रेंड समझते हैं। असल में वो ही आने वाले दिनों में लोगों के लिए नया फैशन बन सकता है।
क्या है पायल को पहनने के पीछे का विज्ञान?
दरअसल, पैरों में पायल पहनने से महिलाएं न सिर्फ कई बीमारियों से दूर रह सकती है। बल्कि वो घर में नेगेटिव एनर्जी को दूर करने का भी काम कर सकती हैं। पायल की छन-छन आवाज घर में पॉजिटिविटी लेकर आती है। पायलों की आवाज से घर का वातावरण शुद्ध होता है। विज्ञान के अनुसार ये एक तरह की साउंड थेरेपी होती है।
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साउंड थेरेपी क्यों है जरूरी?
पायल से निकलती छन-छन की आवाज कान से गुजर कर दिमाग के न्युरोन तक पहुंचती है जो पॉजिटिव एनर्जी लाने का काम करती है। कानों में इस धुन का जाना इसलिए अच्छा माना जाता है क्योंकि इससे आप डिप्रेशन से दूर रह सकते हैं। अगर आप सोच रहे हैं कि किसी भी तरह की आवाज सुनकर डिप्रेशन से दूर रहा जा सकता है तो ऐसा नहीं है। दरअसल, पायल से निकलने वाली आवाज एक फ्रीक्वेंसी में गूंजती है और आपके शरीर से होते हुए दिमाग में मौजूद सातों इंद्रियां तक पहुंचती है।
चांदी की पायल पहनने के फायदे
चांदी की धातु को ठंडा माना जाता है। इसे धारण करने वाले का मन शांत रहता है। इसके अलावा आसपास से नेगेटिविटी भी दूर हो सकती है। अगर आप चांदी की पायल को धारण करते हैं तो इससे हड्डियां भी मजबूत रहती है। भारी पायल से आपके पैरों को नुकसान नहीं बल्कि फायदा ही पहुंचता है। पायल और पायल के वजन से क्रिएट होने वाले फ्रिक्शन से हड्डियों को मजबूती मिलती है।
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