Success Story: बिना जमीन के खेती कर कमाए लाखों, पढ़ें वायनाड के किसान की सक्सेस स्टोरी
Success Story: केरल में एक किसान ने बिना जमीन के ग्रो बैग में अदरक की खेती कर लाखों कमाए। बता दें कि अदरक की खेती करने और उससे लाखों कमाने के लिए आपको जमीन की जरूरत नहीं है। केरल के एक किसान ने ग्रो बैग में अदरक की खेती करके सिर्फ सात सेंट जमीन को मुनाफे में बदल दिया। उनकी विधि ने न केवल अपनी स्किल के लिए बल्कि अपने अच्छे मुनाफे के लिए भी के लिए भी जानी जा रही है, जिससे उन्हें एक ही सीजन में एक लाख रुपये की कमाई हुई है।
कैसे मिली सफलता
वायनाड के अंबालावायल के 38 वर्षीय बिनीश डोमिनिक ने जमीन पर खेती करते समय बढ़ती इनपुट लागत को कम करने और उपज बढ़ाने के लिए वैकल्पिक समाधान ढूंढने के बाद ग्रो बैग में अदरक उगाने का फैसला किया। उन्होंने ग्रो बैग के साथ प्रयोग किया, एक तकनीक जो छोटे स्थानों में उत्पादकता को बढ़ाने में मदद करती है। किसान बिनीश ने बताया कि मैं इनपुट लागत को कम करके खेती करने और उपज बढ़ाने का तरीका खोजना चाहता था। जब मैंने प्रयोग शुरू किया तो खेती में मेरे वर्षों का अनुभव काम आया। चूंकि अदरक एक उच्च मांग वाली फसल है, इसलिए ग्रो बैग विधि आशाजनक लगी।
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अपनी खेती को बढ़ाने का लिया फैसला
उन्होंने बताया कि मैंने उन्हें कोकोपीट और जैविक खाद के साथ मिश्रित रेत से भरे ग्रो बैग में लगाया। बिनीश आमतौर पर 15 एकड़ जमीन पर अदरक की खेती करते हैं,अब इस सीजन में ग्रो बैग खेती का विस्तार करने का फैसला किया है। वह पांच एकड़ जमीन पर ग्रो बैग में अदरक लगाएंगे, जबकि 10 एकड़ जमीन पर पारंपरिक अदरक की खेती करेंगे। उनका कहना है कि अदरक की ग्रो बैग खेती पारंपरिक मिट्टी की खेती की तुलना में अधिक फायदेमंद होती है।
ग्रो बैग में खेती करने के फायदे
उन्हों आगे कहा कि खेती के लिए इस्तेमाल होने वाले उर्वरकों कम प्रयोग में लाए जाते हैं। साथ ही खरपतवार हटाने की लागत भी बचा सकते हैं। सबसे बड़ा फायदा तब होता है जब कोई कीट या बीमारी का हमला होता है और हम प्रभावित फसलों को दूसरी जगह पर स्थानांतरित कर सकते हैं, जिससे बीमारी या कीट फसल के नुकसान नहीं पहुंचा सकता है। साथ ही, ग्रो बैग में फसलों को कीट और बीमारी के हमलों से बचाना आसान होता है। ग्रो बैग का नियंत्रित वातावरण मिट्टी से होने वाली बीमारियों और पोषक तत्वों की कमी जैसी आम समस्याओं को कम करने में मदद करता है, जो पारंपरिक तरीकों में प्रचलित हैं। नियमित रूप से जैविक उर्वरक का उपयोग और सही तरीके से पानी देने से विकास सुनिश्चित होता है।
बिनीश के अनुसार, मिट्टी में एक एकड़ अदरक की खेती से 400 बोरी अदरक की पैदावार होती है, जबकि एक एकड़ में ग्रो बैग से 800 बोरी अदरक की पैदावार होगी। उन्होंने बताया कि मैं ग्रो बैग में अदरक लगाने के लिए ज्यादा कोकोनट का इस्तेमाल किए। एक एकड़ में अदरक के लगभग 24,000 ग्रो बैग हो सकते हैं, और प्रत्येक ग्रो बैग की इनपुट लागत लगभग 50 रुपये होती है।
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